Jamia University BBC Documentary: जामिया मिलिया इस्लामिया ने छात्रों और फैकल्टी सदस्यों के अनुरोध पर आज (शुक्रवार) कक्षाओं को निलंबित कर दिया है. यह जानकारी विश्वविद्यालय के प्रशासन ने दी है. विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि क्लास का सस्पेंड होना बुधवार के विरोध से कोई लेना-देना नहीं है.


एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "यह स्पष्ट किया जाता है कि कक्षा निलंबन का विरोध से कोई लेना-देना नहीं है. पिछले तीन दिनों से अपने-अपने संकाय/विभागों/केन्द्रों में गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों के आयोजन में व्यस्त शिक्षकों की मांग पर कुलपति ने ये फैसला लिया है. शिक्षकों और छात्रों की मांग पर विचार करते हुए कुलपति ने कक्षाओं के निलंबन कै फैसला लिया और एक दिन की छुट्टी दे दी. कल विश्वविद्यालय रोज की तरह खुलेगा. माननीय प्रधानमंत्री की परीक्षा पे चर्चा का सीधा प्रसारण देखने के लिए भी विश्वविद्यालय में तीन स्थानों पर व्यवस्था की गई है." 


यूनिवर्सिटी के फैसले पर उठे सवाल


यूनिवर्सिटी ने एक दिन की छुट्टी का एलान तो कर दिया, लेकिन इस फैसले पर अब सवाल उठने लगे हैं. यूनिवर्सिटी के ही कुछ छात्रों का मानना है कि बुधवार को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के चार एक्टिविस्ट को हिरासत में लिया गया था और उसके खिलाफ जब छात्रों के प्रदर्शन को को देखते हुए आज छुट्टी की गई है.


क्या इस वजह से किया छुट्टी का एलान?


दरअसल, बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) "इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" की प्रस्तावित स्क्रीनिंग से कुछ घंटे पहले स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के चार एक्टिविस्ट को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ बुधवार को कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया गया. सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के लिंक को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था.


जामिया में भी होनी थी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग


डॉक्यूमेंट्री के लिंक ब्लॉक करने के निर्देश जारी करने के बाद स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में बुधवार को "इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" की स्क्रीनिंग की घोषणा की. वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर हुए हंगामे के एक दिन बाद एसएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.


जेएनयू में क्या हुआ था?


मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रशासन ने कथित तौर पर छात्रों के संघ को पीएम मोदी पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग से रोकने के लिए बिजली और इंटरनेट काट दिया. बाद में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और दावा किया कि जब वे अपने मोबाइल फोन पर डॉक्यूमेंट्री देख रहे थे तो पथराव किया गया. कुछ ने आरोप लगाया कि हमलावर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य थे. वहीं, देर रात प्रदर्शनकारी छात्र "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे लगाते हुए वसंत कुंज थाने पहुंचे और पथराव करने वालों के खिलाफ शिकायत दी.


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