नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर में कल देर शाम से धूल भरी हवाएं चल रही हैं जिससे लोगों को का जीना मुश्किल हो गया है. राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब है. आस -पास के राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में हालात बदतर बने हुए हैं. चंडीगढ़ में विमान सेवा ठप्प हो गई है. दिल्ली में आज प्रदूषण को लेकर उपराज्यपाल ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में फैसला किया गया है कि दिल्ली में रविवार तक किसी भी तरह सार्वजनिक और निजी निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ धूल पर नियंत्रण के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा. बैठक में कूड़ा जलाने की घटनाओं पर रोक के लिए कड़ी निगरानी के आदेश भी दिए गए.


अधिकारी हमारी बैठक में नहीं आते, सीएम जनता के लिए धरने पर बैठे: केजरीवाल के मंत्री
बैठक के दौरान दिल्ली सरकार और एलजी दफ्तर में टकराव भी नजर आया. केजरीवाल सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि आईएएस अधिकारी हमारी मीटिंग में नहीं आते, मैंने भी तीन बजे बैठक बुलाई थी लेकिन एलजी की बैठक थी तो मैं यहीं आ गया. एलजी हाउस में केजरीवाल के धरने पर इमरान हुसैन ने कहा कि सीएम अपने लिए धरने पर नहीं, जनता के लिए धरने पर बैठे हैं. एलजी को अधिकारियों को निर्देश देना चाहिए कि वो हमारी बैठक में आएं. आज की बैठक में मुद्दा अलग था इसलिए ना तो धरने पर बात की और ना ही सीएम से मुलाकात हुई.


तीन दिन तक ऐसे ही हालात का अनुमान, बारिश की संभावना नहीं
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमान जताया है कि अगले तीन दिनों तक दिल्ली में धुंध छाई रह सकती है. मंत्रालय के अनुसार दिल्ली के ऊपर छायी धूल भरी धुंध के लिये राजस्थान में आयी धूल भरी आंधी मुख्य वजह है. हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर से नीचे चली गई है. इस दौरान बारिश की भी कोई संभावना नहीं जताई गई है.


उत्तर प्रदेश में 15 लोगों की मौत
धूल भरी आंधी से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आई आंधी से 15 लोगों की मौत हो गई. राज्य के कई इलाक़ों में देर रात धूल भरी आंधी चली. सेंट्रल और यूपी के पूर्वांचल में जान माल के तबाही की ख़बर है. अकेले गोंडा जिले में तीन लोगों की मौत हो गई है. घर पर पेड़ गिर जाने से दो बच्चे उसमें दब कर मर गए. मौसम विज्ञान के पूर्वानुमान के बाद तूफान ने दस्तक दी थी.


क्यों बने हुए हैं ऐसे हालात?
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने इन दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को अस्वाभाविक बताते हुये कहा कि इसकी मुख्य वजह राजस्थान में आई धूल भरी आंधी है जिसके कारण दिल्ली एनसीआर में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से हवा में मिले धूलकण जमीन से कुछ ऊंचाई पर जमा हो जाते हैं. 10 से 12 जून के बीच राजस्थान की धूल भरी आंधी का रुख दिल्ली की ओर रहा जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुयी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के हवाले से मंत्रालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अगले तीन दिनों तक धूल का गुबार बरकरार रहने की आशंका जताई है.


दो महीने में आंधी-तूफान ने कई बार मचाई यूपी में तबाही
आपको बता दें कि पिछले दो महीनों में आंधी और तूफ़ान ने कई बार यूपी में तबाही मचाई है. 2 मई को जान माल की सबसे अधिक तबाही हुई थी, जब अकेले आगरा में 43 लोगों की जान चली गई थी. सीएम योगी आदित्यनाथ को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़ कर यूपी लौटना पड़ा था. आंधी, तूफ़ान और बारिश से अब तक क़रीब 150 लोगों की जानें जा चुकी हैं. 8 मई को धूल भरी आंधी चलने से 11 लोगों की मौत हो गई थी.