लखनऊ/रामपुर : उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां सुरक्षा कम किए जाने को लेकर तिलमिलाए हुए हैं. उन्होंने सोमवार को यहां तक कह दिया कि उनकी सुरक्षा कम करने का मतलब यही है कि उनकी हत्या की साजिश की जा रही है.

इतिहास गवाह है, जिसकी सुरक्षा कम की गई है, उसकी हत्या हो गई : आजम

रामपुर में अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब हुए आजम ने कहा कि इतिहास गवाह है, जिसकी सुरक्षा कम की गई है, उसकी हत्या हो गई है. उनके साथ भी ऐसी ही साजिश की जा रही है. आजम ने कहा, "दो-तीन दिन पहले ही दूसरे प्रदेशों से धमकी भरे पत्र मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया है. अब सुरक्षा भी कम कर दी गई."

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सपा सरकार में आजम खां को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी

गौरतलब है कि सपा सरकार में आजम खां को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी. लेकिन, योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद अब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सरकार के इस कदम के बाद ही आजम ने यह सवाल उठाए हैं. यही नहीं यूपी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्रियों अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और मायावती की सिक्योरिटी को कम कर दिया है.

प्रदेश में 151 नेताओं को विशेष सुरक्षा दी जा रही थी, 105 की वापस ले ली गई है

आपको बता दें कि प्रदेश में 151 नेताओं को विशेष सुरक्षा दी जा रही थी. जिनमें से 105 की सुरक्षा पूरी तरह वापस ले गई है. जबकि 46 वीआईपी की सुरक्षा में कमी की गई है. जिन नेताओं से पूरी तरह सुरक्षा वापस ली गई है उनमें बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा प्रमुख हैं.

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