नई दिल्ली: नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. इससे पहले एसोसिएशन फॉर डेमोग्राफिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है.
नागालैंड में दोबारा चुनाव लड़ने जा रहे विधायकों की संपत्ति में पिछले पांच सालों में 500 प्रतिशत तक बढ़ी है. दोबारा चुनाव लड़ने जा रहे विधायकों की संपत्ति में औसतन 1.24 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. एडीआर ने ये जानकारी प्रत्याशियों के हलफनामे का विश्लेषण करने के बाद जारी की है.
इस बार कुल 53 विधायक ऐसे हैं जो दोबारा किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं. पिछले चुनाव यानी 2013 की बात करें तो विधायकों की औसत संपत्ति 3.06 करोड़ थी जो 2018 में बढ़कर 4.31 करोड़ हो गई. विधायकों की संपत्ति में औसतन 41% प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
इन तीन विधायकों की संपत्ति 500% तक बढ़ी जिन विधायकों की संपत्ति बढ़ी है उनमें टॉप थ्री की बात करें तो संपत्ति में 500% तक का इजाफा हुआ है. इनमें एनपीएफ के वाय. वीखेहो स्यू की संपत्ति 500% बढ़ी है. वाय. वीखेहो स्यू की संपत्ति 2013 में एक करोड़ चौंतीस लाख थी जो 2018 में बढ़कर आठ करोड़ छह लाख हो गई. उनकी संपत्ति में कुल 6 करोड़ 72 लाख का इजाफा हुआ.
दूसरे नंबर पर जेडीयू के जी. काइतो आए हैं जिनकी संपत्ति में 305% का बढ़ोतरी हुई है. 2013 में एनपीएफ से चुनाव लड़ने वाले के जी. काइतो की संपत्ति तीन करोडड 53 लाख थी जो बढ़कर 14 करोड़ 32 लाख हो गई. उनकी संपत्ति में 10 करोड़ 78 लाख का इजाफा हुआ.
तीसरे नंबर पर एनपीएफ के ईताचू हैं, जिनकी संपत्ति में 161% का इजाफा हुआ है. 2013 में ईताचू की संपत्ति छह करोड़ 72 लाख थी जो 2018 में बढ़कर 17 करोड़़ 56 लाख हो गई. इनकी संपत्ति में भी दस करोड़ का इजाफा हुआ है.