नई दिल्लीः पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने एसपी त्यागी और उनके भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और वकील गौतम खेतान को 14 दिसम्बर के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है. सीबीआई ने कोर्ट से इनकी 10 दिन की रिमांड मांगी थी. कल गिरफ्तार हुए त्यागी पर वीवीआईपी अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉकॉप्टर घोटाले में रिश्वत लेने का आरोप है.


सीबीआई सूत्रों का कहना है कि त्यागी की ओर से पूछताछ में सहयोग नहीं किया जा रहा था. इसीलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों के मुताबित इसे पहले कई दौर में एसपी त्यागी से पूछताछ हुई थी. इस मामले में यह सबसे बड़ी गिरफ्तारी है.


सीबीआई का कहना था कि जब तक इन लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ नहीं की जाएगी तब तक ये लोग सहयोग करेंगे. इसीलिए अब इन्हें ना सिर्फ गिरफ्तार किया गया है साथ ही सीबीआई 10 दिन की रिमांड मांगी थी.


जानें- 125 करोड़ का वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाला क्या है?


भारतीय वायुसेना ने फरवरी 2010 में इटली की कंपनी अगुस्ता से 3600 करोड़ में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों का सौदा किया था. जब ये सौदा किया गया तब केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए शासन का दौर था, तब वायुसेना के प्रमुख एसपी त्यागी थे.


माना जाता है कि सौदा करने के लिए कुल सौदे के 10 फीसदी यानी करीब 350 करोड़ रुपये की घूस दी गई थी. साल 2012 में इस सौदे में घोटाले की बात सामने आई. घोटाले के हंगामे के बीच 2013 में ही तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भ्रष्टाचार की बात कबूल करते हुए इस सौदे को रद्द कर दिया था.


भारत ने ये सौदा अगुस्ता वेस्टलैंड कंपनी से किया था और हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी का नाम है फिनमेक्कनिका. इटली की इस कंपनी फिनमेक्कनिका ने 12 अगूस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर के सौदे में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी समेत उनके तीन रिश्तेदारों पर घूस के आरोप हैं.


आरोपों के मुताबिक अगुस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर को सौदे में हिस्सा लेने के काबिल बनाने के लिए टेंडर की शर्तों में कुछ तकनीकी फेरबदल किए गए. शर्तें बदलने के एवज में ही फिनमेक्कनिका कंपनी की ओर से घूस दी गई थी. आरोप है कि ये घूस पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी के साथ उनके तीन रिश्तेदारों को दी गई.