नई दिल्ली: अटल बिहारी वाजपेयी के निधन को बड़ी क्षति बताते हुए उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के जाने से एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना नामुमकिन है. वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद यहां एम्स में 93 साल की आयु में निधन हो गया. वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा ने कहा, “यह हमारे लिए बड़ी क्षति है और उनके निधन से पैदा शून्य को भरना नामुमकिन है.”


वाजपेयी के परिवार में उनकी दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य भी हैं. बीजेपी के दिग्गज नेता का पार्थिव शरीर कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आधिकारिक आवास पर रखा गया है.


बता दें कि स्वास्थ्य संबंधी समस्या की वजह से लगभग एक दशक से सार्वजनिक जीवन से दूर 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री को मूत्र मार्ग में संक्रमण की वजह से 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने अपने बयान में कहा, "उन्होंने अपनी अंतिम सांस शाम 5:05 बजे ली."


उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. इसके तहत आज प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल, कालेज बंद रहेंगे. इस दौरान सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके (हाफ मास्ट) रहेंगे.