औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद नगर निगम कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दिये जाने के कार्यक्रम में उस वक्त हाथापाई शुरू हो गई जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक पार्षद ने इसका विरोध किया. बीजेपी पार्षदों पर पर आरोप है कि उन्होंने मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलिमीन (एमआईएम) के पार्षद सैयद मतीन के साथ मारपीट की.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना नगर निगम की आम बैठक में हुई. निकाय की बैठक शुरू होने पर बीजेपी पार्षद राजू वैद्य ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने का प्रस्ताव पेश किया. एमआईएम पार्षद सैयद मतीन ने इसका विरोध किया. इससे बीजेपी के सदस्य नाराज हो गए और उन्होंने सदन में ही मतीन के साथ कथित तौर पर मारपीट की.
बीजेपी पार्षदों द्वारा मतीन पर कथित रूप से हमला और मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तथा कुछ टीवी चैनलों ने इसका प्रसारण भी किया. वीडियो में दिख रहा है कि निगम के सुरक्षा अधिकारी मतीन को बचाकर सदन से बाहर ले जा रहे हैं. उन्हें बाद में पास के एक अस्पताल ले जाया गया.
बीजेपी के एक पार्षद ने कहा कि एमआईएम सदस्य हंगामा करते रहे हैं और वह सदन में राष्ट्रीय गीत गाए जाने का भी विरोध कर चुके हैं. मतीन ने कहा कि वह (वाजपेयी को) श्रद्धांजलि दिए जाने के कदम का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे थे. लेकिन करीब एक दर्जन बीजेपी पार्षदों ने उन पर हमला किया.
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इस घटना के कुछ देर बाद ही एमआईएम के कथित समर्थकों ने एक स्थानीय बीजेपी पदाधिकारी की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया और ड्राइवर के साथ मारपीट की. बीजेपी पार्षद प्रमोद राठौड़ ने मांग की कि वाजपेयी को श्रद्धांजलि दिए जाने का विरोध करने के ‘राष्ट्रविरोधी’ कदम के लिए मतीन को नगर निकाय से निष्कासित कर दिया जाए.
औरंगाबाद नगर निगम के उप महापौर विजय साईंनाथ औताड़े ने सिटी चौक थाने में मतीन के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने कहा है कि मतीन के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए और 294 के तहत मामला दर्ज किया गया है.