AAP Plan for Assembly Elections 2023: राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब देश के कई राज्यों पर है. इसी के मद्देनजर 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) मार्च में कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के दौरे पर जाएंगे.
अरविंद केजरीवाल के चुनावी दौरे की शुरुआत 4 मार्च को कर्नाटक (Karnataka) से होगी और फिर 5 मार्च को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का दौरा करेंगे. इसके बाद वह 13 मार्च को राजस्थान (Rajasthan) और 14 मार्च को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का दौरा करेंगे. AAP के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक का कहना है कि आम आदमी पार्टी कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी.
संगठन को मजबूती देने का चल रहा काम
दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. 'आप' ने दिल्ली के बाद 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी. 'आप' ने पंजाब में 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में भी दो सीटें जीती थीं. इसके बाद, बीते साल (2022 में) 'आप' ने बीजेपी के गढ़ गुजरात में जाकर विधानसभा चुनाव लड़ा था.
गुजरात विधानसभा चुनाव में 'आप' को 5 सीटों पर जीत मिली थी और करीब 14 फीसदी वोट मिले थे. इसके बाद आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी बन गई. राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के बाद 'आप' ने देशभर में अपना विस्तार करने का फैसला किया है. आम आदमी पार्टी का लगभग सभी राज्यों में अपना संगठन बन चुका है और इसे मजबूती देने का काम तेजी से चल रहा है.
AAP के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने दी ये जानकारी
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक ने कहा, ''हमारा लक्ष्य अरविंद केजरीवाल की राजनीति को देशभर में हर घर और हर व्यक्ति तक पहुंचाना है. आज देश में सकारात्मक और नकारात्मक दो तरह की राजनीति है. नकारात्मक राजनीति में चुनाव के गुणा-भाग, गुंडागर्दी और लड़ाई-झगड़े की गूंज है. वहीं, अरविंद केजरीवाल की सकारात्मक राजनीति में जनता के मुद्दों, पढ़े-लिखे लोगों और स्कूल-अस्पताल की राजनीति हैं. इस राजनीति को देश की जनता पसंद कर रही है. हमें इस सकारात्मक राजनीति को देशभर में घर-घर तक लेकर जाना है. आम आदमी पार्टी कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी. हम अपने संगठन को जमीनी स्तर पर लगातार मजबूत करने का काम कर रहे हैं.''
आम आदमी पार्टी का चुनावी सफर
आम आदमी पार्टी का गठन नवंबर 2012 को हुआ था. गठन के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में 'आप' ने 2013 में दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ा और ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 70 में 28 सीटें जीतीं. इसके बाद 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा के चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतकर पार्टी ने सभी को चौंका दिया. फिर 2020 के विधानसभा चुनाव में भी 'आप' ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में 62 सीटों पर जीत दर्ज की. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 117 में 92 सीटें जीतकर एक और राज्य में सत्ता हासिल की. वहीं, गोवा विधानसभा चुनाव में भी पार्टी दो सीटें जीतने में कामयाब रही. नवंबर-दिसंबर 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव से 'आप' की राष्ट्रीय पार्टी बनने की जरूरत पूरी हो गई.
वर्तमान में आम आदमी पार्टी के पास पूरे देश में 161 विधायक हैं, जिसमें 62 विधायक दिल्ली, 92 विधायक पंजाब, 2 विधायक गोवा और 5 विधायक गुजरात में हैं. इसके अलावा पार्टी के 10 राज्यसभा सदस्य भी हैं. दिल्ली नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बन चुकी है. एमसीडी में आम आदमी पार्टी ने 250 में से 134 वार्डों में जीत हासिल की थी.
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