Bhindranwale Poster: पंजाब के रहने वाले एक ढाबा मालिक को खालिस्तानी समर्थक होने के संदेह में असम के बोंगाईगांव जिले से पकड़ा गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.


बोंगाईगांव के पुलिस अधीक्षक मोहन लाल मीणा के मुताबिक, उस व्यक्ति ने राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर गेरुकाबारी चौकी के पास स्थित सड़क किनारे बने अपने ढाबे में खालिस्तानी विचारक जरनैल सिंह भिंडरावाले और अन्य के पोस्टर रखे थे.


खालिस्तानी झंडा लहराते हुए लगे थे पोस्टर
पुलिस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “वहां भिंडरावाले की फोटो है. एक अन्य फोटो में एक शख्स खालिस्तानी जैसा दिखने वाला झंडा लहरा रहा है. हम इसकी जांच कर रहे हैं.”


मीणा ने कहा, संदिग्ध की पहचान पंजाब के तरन तारन जिले के गुरमुख सिंह के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि सिंह के पास से दिवंगत विवादास्पद गायक सिद्धू मूसेवाला की तस्वीर भी मिली है.


पुलिस को खालिस्तान समर्थक होने का शक
एसपी ने कहा, “उसने दावा किया कि कुछ ट्रक चालकों ने उसे तस्वीरें दीं. वह (खालिस्तान का) हमदर्द हो सकता है, लेकिन हम फिलहाल यह नहीं कह सकते.” उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पहले सिंह ट्रक चलाता था, लेकिन महामारी के बाद उसने ढाबा खोल लिया.


मीणा ने कहा, “हमें लगता है कि उसने अधिक ट्रक चालकों को आकर्षित करने के लिए अपने ढाबे पर इस तरह के पोस्टर रखे जिनमें अधिकतर पंजाब के हैं. वरना, वह अपने ढाबे के सामने सरेआम ऐसी बेवकूफी भरी हरकत नहीं करता.”


अमेरिका से ऑस्ट्रेलिया तक हिंदू मंदिरों और उच्चायोग को बना रहे निशाना
बीते कुछ समय में खालिस्तान मूवमेंट को काफी हवा दी जा रही है. आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू से लेकर वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह तक के बयानों से खालिस्तान मूवमेंट को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. बीते कुछ सालों में अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक के हिंदू मंदिरों और भारतीय उच्चायोग को खालिस्तानी समर्थक निशाना बना रहे हैं.  


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