प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असम में रविवार (14 सितंबर, 2025) को गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में 5,000 करोड़ रुपये की लागत वाले बांस आधारित इथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया. इस दौरान लोगों को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारा देश 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा दिखा रहा है. असम इस अभियान के प्रमुख केंद्रों में से एक है

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प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे असम के सामर्थ्य पर पूरा भरोसा है, इसीलिए हमने असम को एक बहुत बड़े अभियान के लिए चुना है और वो अभियान है 'सेमीकंडक्टर मिशन'. गुलामी के कालखंड में असम की चाय की उतनी पहचान नहीं थी, लेकिन देखते ही देखते असम की धरती और असम के लोगों ने असम की चाय को एक वैश्विक ब्रांड बना दिया.'

असम के लिए 18,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं  पीएम मोदी ने आगे कहा, 'मैं पिछले दो दिनों से नॉर्थ ईस्ट में हूं. जब भी मैं नॉर्थ ईस्ट आता हूं, मुझे अभूतपूर्व प्यार और आशीर्वाद मिलता है. विशेषकर असम के इस क्षेत्र में मुझे जो प्यार और स्नेह मिलता है, वो अद्भुत है. मैं आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. विकसित असम, विकसित भारत की गौरवशाली यात्रा के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. आज असम को लगभग 18,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली हैं.'

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उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 'विकास के इन प्रयासों के बीच, असम के सामने एक चुनौती और भी विकट होती जा रही है और ये चुनौती घुसपैठ की है. जब कांग्रेस की सरकार थी तो उसने घुसपैठियों को जमीन दी और अवैध कब्जे को संरक्षण दिया. कांग्रेस ने वोट बैंक के लालच में असम की जनसांख्यिकी का संतुलन बिगाड़ दिया.' 

मिशन 'बसुंधरा' की पीएम मोदी ने की सराहना

पीएम ने आगे कहा, 'अब भाजपा सरकार असम के लोगों के साथ मिलकर इस चुनौती से लड़ रही है. मैं मिशन 'बसुंधरा' के लिए असम सरकार की भी प्रशंसा करना चाहूंगा. इसके तहत लाखों परिवारों को जमीन के पट्टे दिए गए हैं. भाजपा आदिवासी समाज के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय को सुधारने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.'

असम में विकास कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भाजपा की दोहरी इंजन वाली सरकार न केवल असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित कर रही है, बल्कि इसकी पारंपरिक पहचान और आधुनिक आकांक्षाओं के बीच एक मजबूत संबंध भी स्थापित कर रही है.'

असमिया' भाषा को मिला शास्त्रीय भाषा का दर्जा

उन्होंने कहा, 'इसके विपरीत, कांग्रेस का काल पूर्वोत्तर में अलगाववाद, हिंसा और विवादों से भरा रहा. हालांकि, भाजपा असम को एक समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो विकास को अपनी गौरवशाली विरासत के साथ सहजता से जोड़ता हो. हमारी सरकार ने 'असमिया' भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देकर, इसके सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को मान्यता देते हुए, इसे और भी सम्मानित किया है.'

पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस ने देश में लंबे समय तक शासन किया है. यहां असम में भी कांग्रेस ने कई दशकों तक सरकार चलाई है, लेकिन जब तक कांग्रेस की सरकारें रही, तब तक यहां विकास की रफ्तार भी धीमी रही और विरासत भी संकट में रही. बीजेपी की डबल इंजन सरकार असम की पुरानी पहचान को सशक्त कर रही है.

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