असम के गुवाहाटी में ऑल इंडिया सर्विसेज ऑफिसर्स को-ऑपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसायटी जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने 94.22 लाख रुपये की आठ संपत्तियां अटैच की है. ये संपत्तियां आरोपी राजेंद्र नाथ की बताई जा रही है. साथ ही, इस केस में सौतिक गोस्वामी और राजेंद्र नाथ के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की गई है.
ये मामला उस समय शुरू हुआ, जब गुवाहाटी की इस सोसायटी ने IAS, IPS और IFS अधिकारियों के लिए कॉलोनी बसाने की योजना बनाई थी. इसके लिए 86 बीघा जमीन खरीदने का सौदा हुआ और सोसायटी ने सौतिक गोस्वामी को 3.60 करोड़ रुपये एडवांस दिए. लेकिन जमीन सोसायटी को कभी नहीं मिली. बाद में सिर्फ 50 लाख रुपये वापस किए गए और करीब 3.10 करोड़ रुपये हड़प लिए गए.
ईडी की जांच में क्या हुआ खुलासा?
पुलिस और बाद में ईडी की जांच में सामने आया कि सौतिक गोस्वामी ने जमीन खरीदने के लिए राजेंद्र नाथ से निजी समझौता किया था. नकद लेन-देन के सबूत, रसीदें और गवाहों के बयान मिले हैं. ईडी की जांच में सामने आया कि घोटाले के बाद 2016 से 2023 के बीच राजेंद्र नाथ ने कई संपत्तियां खरीदीं. इनकी कीमत और उनकी आमदनी में कोई मेल नहीं मिला. इन्हें ही गैर-कानूनी कमाई यानी प्रोसिड्स ऑफ क्राइम (Proceeds of Crime) माना गया.
ईडी ने जिन संपत्तियों को अटैच किया है, उनमें असम के कुकुरमारा, जोगिपारा, बर्हंती मणियारी, बंगारा, कवाइमरी और रामपुर गांव की जमीनें शामिल हैं. ईडी का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है और इसमें और भी खुलासे हो सकते है.
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