Khalistani Threat To Assam CM Himanta Biswa Sarma: असम के मु्ख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को कथित तौर पर एक ऑडियो मैसेज के जरिये प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से धमकी मिली है. असम की पुलिस ऑडियो क्लिप की पुष्टि कर रही है, इस बीच सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. 


कथित ऑडियो क्लिप में बोलने वाले ने खुद को गुरपतवंत सिंह पन्नू बताया है. बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू 'सिख्स फॉर जस्टिस' का स्वयंभू सरगना है जो अमेरिका में रह रहा है और भारत में मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल है. सीएम सरमा को मिली कथित धमकी में कहा गया है कि असम की जेलों में अमृतपाल के सहयोगियों को राज्य सरकार की ओर से प्रताड़ित किया जा रहा है. 


CM सरमा को मिली धमकी में क्या कुछ कहा गया?


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कथित धमकी में कहा गया, ''यह मैसेज असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा के लिए है. आपकी सरकार असम में खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित कर रही है और यातना दे रही है. जो लोग जेल में हैं, उन्हें भी यातनाएं दी जा रही हैं. ध्यान से सुनिए सीएम सरमा, लड़ाई खालिस्तान समर्थक सिखों और भारतीय शासन के बीच है. सरमा आप हिंसा में शिकार न बनें. हम खालिस्तान जनमत संग्रह की एक शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिये भारत के कब्जे से पंजाब को मुक्त कराना चाहते हैं. सरमा, अगर आपकी सरकार सिखों को प्रताड़ित और परेशान करने जा रही है तो आपको जिम्मेदार माना जाएगा.''


सीएम को मिली धमकी पर पुलिस ने लिया ये एक्शन


असम के पुलिस महानिदेशक (DGP) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने ट्विटर के जरिये मामले पर पुलिस कार्रवाई को लेकर जानकारी साझा की है. डीजीपी सिंह ने बताया, ''असम के एसटीएफ पुलिस थाने में आईपीसी और यूएपी अधिनियम की उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उभरते खतरे को देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री की सुरक्षा को पर्याप्त रूप से संवेदनशील बनाया गया है. वैश्विक घटनाओं को देखते हुए असम पुलिस इस धमकी को लेकर काफी गंभीर है. केंद्रीय एजेंसियों को भी इस मुद्दे के बारे में सूचित कर तैयार रखा गया है.''



बता दें कि पंजाब सरकार ने 18 मार्च को खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की थी. तब से अमृतपाल फरार चल रहा है. इस बीच उसने अपने कुछ वीडियो सोशल मीडिया के जरिये जारी किए हैं. पुलिस लगातार उसे पकड़ने की कोशिश कर रही है. पुलिस की कार्रवाई के दौरान अमृतपाल के जो सहयोगी गिरफ्तार किए गए, उनमें से कुछ को असम भेजा गया है. 





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