Muzaffarnagar Teacher Video: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के स्कूल की घटना को जर्मनी की 1930 के दशक की तस्वीर से जोड़ते हुए ट्वीट (X) किया. असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने एक ट्विटर यूजर के ट्वीट को भी शेयर किया जिसमें एक फोटो में जर्मनी के स्कूल की कक्षा में दो यहूदी लड़कों को अपमानित किया जा रहा था. 


दरअसल, फ्रांकोइस-जेवियर डूरंडी नाम के यूजर ने एक फोटो ट्वीट कर लिखा था कि 1930 के दशक में जर्मन कक्षा में दो यहूदी लड़कों को अपमानित किया जा रहा था. ब्लैकबोर्ड पर लिखा है- यहूदी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है. यहूदी से सावधान रहें. 


असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?


असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार (26 अगस्त) को इसे रीट्वीट कर लिखा, "भारतीय मुसलमानों को उसी उत्पीड़न और भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है जैसा कि 1930 के दशक में यहूदियों को झेलना पड़ा था, क्या यह क्रिस्टालनाच्ट को बढ़ावा देगा? उम्मीद है ऐसा न हो." 






असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में जिस क्रिस्टालनाच्ट का जिक्र किया है. उसे नवंबर पोग्रोम भी कहा जाता है. जब नाजी पार्टी के अर्धसैनिक बलों ने 9-10 नवंबर 1938 को यहूदियों के खिलाफ एक नरसंहार किया था. यहूदियों के घरों, अस्पतालों और स्कूलों में तोड़फोड़ की गई थी. 


मुजफ्फरनगर के स्कूल का वीडियो वायरल


उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का ये हैरान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसमें एक निजी स्कूल की टीचर क्लास में एक बच्चे को बाकी बच्चों से पिटवा रही है. दावा किया जा रहा है कि जिस बच्चे की पिटाई की जा रही है, वो मुस्लिम है. पुलिस ने बताया कि आरोपी टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. 


टीचर के खिलाफ मामला दर्ज


मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका की ओर से एक छात्र के स्कूल का कार्य न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने की घटना के संबंध में पीड़ित छात्र के परिजनों की तहरीर पर मंसूरपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया गया. 


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