India-China Relations: चीन ने अरुणाचल प्रदेश की 30 जगहों के नाम बदलकर अपना दावा ठोका तो भारत ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया. इसी क्रम में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि किसी के बेबुनियाद दावों से ऐतिहासिक तथ्य नहीं बदला करते. अरुणचाल प्रदेश के लोग सभी मानकों और परिभाषाओं के मुताबिक परम देशभक्त हैं और भारतीय हैं.


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सोमवार (01 अप्रैल) को उन्होंने लिखा, “मैं अरुणाचल प्रदेश के अंदर 30 जगहों को चीन की ओर से अवैध रूप से दिए गए 'मानकीकृत' भौगोलिक नामों की कड़ी निंदा करता हूं. चीन तमाम बेबुनियाद दावे करता रहता है लेकिन इससे जमीनी हकीकत और ऐतिहासिक तथ्य नहीं बदलेंगे. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और अरुणाचल प्रदेश के लोग सभी मानकों और परिभाषाओं के अनुसार परम देशभक्त भारतीय हैं.”






विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उदाहरण देकर दी चीन को डोज


वहीं, इस मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को सूरत में कहा, “अगर आज मैं अपने घर का नाम बदल दूं तो क्या वो मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था और रहेगा. नाम बदलने से कुछ नहीं होता और न ही इससे कोई असर पड़ता है. सभी को पता है कि हमारी सेना वहां पर तैनात है. सेना के लोग जानते हैं कि उन्हें क्या करना है.”


अरुणाचल प्रदेश की 30 जगहों की सूची जारी कर चीन ठोका दावा


केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू की ये टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई है जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग 30 जगहों की लिस्ट जारी की. चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, नागरिक मामलों के मंत्रालय ने जंगनान में मानकीकृत भौगोलिक नामों की चौथी लिस्ट जारी की. ये लिस्ट 1 मई से प्रभावी होगी. चीन अरुणाचल प्रदेश को जंगनान कहता है और दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में इस राज्य पर दावा करता है.


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