Northern Command: थलसेना प्रमुख (Army Chief) जनरल मनोज पांडे (Manoj Pandey) ने गुरुवार को उधमपुर (Udhampur) स्थित उत्तरी कमान (Northern Command) के मुख्यालय का दौरा कर 'टू-एंड-हाफ फ्रंट' यानि चीन (China), पाकिस्तान (Pakistan) और कश्मीर घाटी  (Kashmir Valley) में सेना (Army) की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान जनरल पांडे ने उत्तरी कमान के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और उनके अंतर्गत आने वाली तीनों कोर के कमांडर्स से खास मुलाकात की.


भारतीय सेना की खास ऑपरेशनल कमान
जम्मू कश्मीर के उधमपुर स्थित उत्तरी कमान भारतीय सेना की सबसे खास ऑपरेशनल कमान है. इस कमान की जिम्मेदारी पाकिस्तान से सटी एलओसी और पूर्वी लद्दाख से सटी चीन सीमा (एलएसी) के सा- साथ कश्मीर घाटी में एंटी-टेरेरिज्म ऑपरेशन्स की है.


थलसेना प्रमुख ने सभी फील्ड कमांडर्स और सैनिकों से मुलाकात करने के बाद उनके 'प्रोफेशनलिज्म' और कर्तव्य के प्रति समर्पण के उच्च मानकों के लिए प्रशंसा की. इस दौरान जनरल पांडे ने सैनिकों के हथियारों और दूसरे सैन्य साजो सामान में आई तकनीकी उत्कृष्टता की भी समीक्षा की.


तीनों कोर के कमांडर्स ने उत्तरी कमान मुख्यालय में की चर्चा
आपको बता दें कि थलसेना प्रमुख के उधमपुर दौरे से पहले उत्तरी कमान मुख्यालय में तीनों कोर के कमांडर्स ने दो दिवसीय टेबल-टॉप एक्सरसाइज और डिसक्शन में हिस्सा लिया.


इस टेबल-एक्सरसाइज (Table-Exercise) में उत्तरी कमान (Northern Command) के अधीन तीनों कोर यानि लेह (Leh) स्थित 'फायर एंड फ्यूरी' (14वीं कोर), श्रीनगर (Srinagar) स्थित चिनार कोर (15वीं कोर) और नगरोटा (जम्मू) स्थित 'वाइट नाइट' यानि16वीं कोर के कमांडर्स ने हिस्सा लिया. उत्तरी कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में ये टेबल-डिसक्शन किया गया था.


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