कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने पहुंचे फैंस उस वक्त भड़क गए, जब उन्हें उम्मीद के मुताबिक मेसी को देखने का मौका नहीं मिला. नाराज फैंस ने स्टैंड से बोतलें और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं. स्थिति बिगड़ने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच लियोनेल मेसी को सॉल्ट लेक स्टेडियम से बाहर ले जाया गया.
'12 हजार की टिकट ली, चेहरा तक नहीं दिखा'मेसी के एक फैन ने गुस्से में कहा, 'मेसी के चारों तरफ सिर्फ नेता और अभिनेता थे. हमें क्यों बुलाया गया? हमने 12 हजार रुपये की टिकट ली, लेकिन उनका चेहरा तक नहीं देख पाए.'
सिर्फ 10 मिनट आए, फुटबॉल भी नहीं खेलाएक अन्य फैन ने कहा, 'यह बिल्कुल खराब आयोजन था. मेसी सिर्फ 10 मिनट के लिए आए और चले गए. उन्होंने न तो एक किक मारी और न ही पेनल्टी ली. हमारे पैसे, भावनाएं और समय सब बर्बाद हो गया.' फैंस का आरोप है कि मेसी के चारों ओर सिर्फ नेता और मंत्री मौजूद थे, जबकि आम दर्शकों को उनसे दूर रखा गया. इस वजह से स्टेडियम में मौजूद हजारों लोग उन्हें ठीक से देख भी नहीं पाए.
शाहरुख खान को लाने का भी किया गया था वादानाराज फैंस ने यह भी कहा कि आयोजनकर्ताओं ने शाहरुख खान के आने का वादा किया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं किया गया. एक फैन ने कहा, 'शाहरुख खान भी आएंगे, ऐसा कहा गया था लेकिन किसी को नहीं लाया गया.'
मेसी के मैदान में उतरते ही बेकाबू हुए हालात, कार्यक्रम बीच में रोका गया
स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी के सॉल्ट लेक स्टेडियम में मैदान में आते ही हालात बेकाबू हो गए. स्टेडियम में फैली अव्यवस्था और अराजकता के चलते कार्यक्रम को बीच में ही रोकना पड़ा, जिससे मेसी की कई प्रमुख हस्तियों से तय मुलाकात भी नहीं हो सकी.
शाहरुख, गांगुली और ममता बनर्जी से नहीं हो सकी मुलाकातअराजक हालात के कारण स्टेडियम में मौजूद बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी से मुलाकात नहीं हो पाई.
सीएम ममता बनर्जी ने मांगी माफीममता बनर्जी ने एक्स पर लिखा- 'कुप्रबंधन की घटना से मैं अत्यंत व्यथित और स्तब्ध हूं. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए मैं लियोनेल मेस्सी के साथ-साथ सभी खेल प्रेमियों और उनके प्रशंसकों से तहे दिल से माफी मांगती हूं.-मैं न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आशीष कुमार राय की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन कर रही हूं, जिसमें गृह एवं पर्वतीय मामलों के विभाग के मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव सदस्य होंगे. यह समिति घटना की विस्तृत जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय सुझाएगी. एक बार फिर, मैं सभी खेल प्रेमियों से हार्दिक माफी मांगती हूं.'