नई दिल्ली: चीन से चल रहे टकराव के बीच भारत ने एक नई मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. ये है एंटी रेडिएशन मिसाइल, 'रूद्रम' जो दुश्मन के रडार सिस्टम, कम्युनिकेशन सिस्टम और रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) सिस्टम को तबाह करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. रूद्रम का परीक्षण आज सुखोई फाइटर जेट से ओडिसा के व्हीलर आईलैंड के करीब किया गया.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ये नई जेनेरेशन की मिसाइल है जिसे डीआरडीओ यानि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने तैयार किया है. मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि इस रूद्रम मिसाइल में आईएनएस-जीपीएस सिस्टम लगा है और इसकी अलग अलग रेंज है (100-200 किलोमीटर तक). साथ ही पैसिव होमिंग हेड होने के चलते ये मिसाइल अलग अलग फ्रीक्वेंसी को डिटेक्ट कर अपने टारगेट को निशाना बनाती है.
डीआरडीओ के मुताबिक, शुक्रवार को रूद्रम का सुखोई से सफल परीक्षण किया गया और इसका रेडिएशन टारगेट पर पिन-पॉइन्ट निशाना लगा. ये टारगेट व्हीलर द्वीप के करीब समंदर में था.
जानकारी के मुताबिक, रूद्रम दुश्मन की मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी गच्चा देकर लंबी दूरी से निशाना लगा सकती है. रूद्रम से भारत ने लंबी दूरी की स्वदेशी एंटी रेडिएशन मिसाइल तैयार कर ली है जिससे दुश्मन के रडार सिस्टम, कम्युनिकेशन सेंटर और आरएफ सिस्टम्स को तबाह किया जा सकता है.
आपको बता दें कि जब से चीन से एलएसी पर टकराव शुरू हुआ है तब से डीआरडीओ लगातार स्वदेशी मिसाइलों का सफल परीक्षण कर रही है. पिछले पांच महीनों में डीआरडीओ ने ब्रह्मोस की एक्सटेंडेड रेंज सुपसोनिक क्रूज मिसाइल (400 किलोमीटर), परमाणु बम ले जाने वाली हाइपर सोनिक 'शौर्य' बैलेस्टिक मिसाइल (रेंज 750-1000 किलोमीटर), लेजर गाईडेड एंटी टैंक मिसाइल, सुपरसोनिक मिसाइल अस्सिटेड रिलीज टॉरपीडो ('स्मार्ट') और एचएसटीडीवी (हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर व्हीकल) का सफल परीक्षण किया है.