नई दिल्लीः महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा की टीम हरियाणा में डॉ नरसीराम नामक शख्स को ढूंढ़ निकालने में कामयाब रही, जिसकी तस्वीर को उन्होंने पिछले दिनों ट्वीट किया था. एक तस्वीर कई दिन से वायरल हो रही थी जिसे आनंद महिंद्रा ने भी सोशल मीडिया साइट पर शेयर किया था, उस तस्वीर में एक बूढ़ा शख्स जूतों के मरम्मत करने की दुकान को अस्पताल की तरह लगाए हुए बैठा है. अब आनंद महिंद्रा इस शख्स की मदद एक अनूठे तरीके से करने वाले हैं.

17 अप्रैल को महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ऊपर नजर आ रही इस तस्वीर को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, "इस इंसान को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में मार्केटिंग के कोर्स को पढ़ाना चाहिए." 62 साल के दिग्गज बिजनेस आइकन को इस 'जूतों के डॉक्टर' की अनूठी मार्केटिंग स्ट्रैटजी ने काफी लुभाया. दुकान के पीछे पीले रंग के इश्तिहार में अस्पताल की टाइम टेबल की तरह रूटीन बनी हुई नजर आ रही है. इश्तिहार में खुद को डॉ नरसीराम बताने वाले इस शख्स ने अपनी दुकान को 'घायल' जूतों के लिए 'अस्पताल' के रूप में प्रोजेक्ट किया है.

इनकी इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए आनंद महिंद्रा ने नरसीराम की मदद करने की मंशा जाहिर की थी. दो हफ्ते से भी कम समय में उनकी टीम हरियाणा में उस शख्स को ढूंढ़ निकालने में कामयाब रही. जैसा कि महिंद्रा ने अपने ट्वीट में जाहिर किया था कि उनकी टीम इस शख्स की बेहतर तरीके से मदद करने की मंशा भी रखती है.

नरसीराम ने आनंद महिंद्रा की टीम से रुपये मांगने के बाजाए काम करने की बेहतर जगह की जरूरत के बारे में अपनी मंशा जाहिर की. आनंद महिंद्रा ने मुंबई स्थित अपने डिजाइन स्टूडियो की टीम को नरसीराम के लिए एक चलती-फिरती दुकान तैयार करने को कहा है. उन्होंने सड़क पर सामान बेचने वाले लोगों के लिए चलती-फिरती दुकानों के आइडिया को सामने रखा है जिससे उनका काम और बेहतर तरीके और सुंदरता से हो सकेगा.