Amravati Murder Case: अमरावती उमेश कोल्हे हत्याकांड में जेल में बंद आरोपी शाहरुख पठान पर जेल के अंदर हमला किया गया है. आरोपी के ऊपर 5 लोगों ने हमला किया. इसके बाद मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाने में केस दर्ज कराया गया है. इधर, एक ही बैरक में रहने वाले आरोपियों ने जानलेवा हमला किया है. आरोपियों को अलग-अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है.


ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 7 में बंद आरोपी शाहरुख खान द्वारा नूपुर शर्मा के दिये गए बयान पर उमेश कोल्हे की हत्या करने के मामले में उसकी गिरफ्तारी की बात जब उसने बैरक में मौजूद अन्य कैदियों को बताई तो बैरक में मौजूद कल्पेश पटेल,हेमन्त मनेरिया,अरविंद यादव,श्रावण आवड,और संदीप जाधव ने शाहरुख खान पर हमला कर दिया.


हमले के आरोपियों ने किया जेल शिफ्ट का अनुरोध


अमरावती दवा विक्रेता हत्या मामले के आरोपियों ने बुधवार को शहर की एक अदालत से अनुरोध किया कि यहां आर्थर रोड जेल के अंदर उनमें से एक आरोपी पर हमले के बाद उन्हें किसी अन्य जेल में स्थानांतरित किया जाए. पुलिस के एक अधिकारी ने अदालत को बताया कि गिरफ्तार किए गए सात लोगों में से एक आरोपी शाहरुख पठान पर शनिवार को जेल के पांच कैदियों ने हमला किया था और घटना के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है.


जेल अधिकारियों ने घटना के बारे में एक रिपोर्ट राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) मामलों की विशेष अदालत को भी सौंपी है, जिसने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. अधिकारियों ने अदालत को बताया कि आरोपियों ने जान को खतरा बताते हुए खुद को किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया है.


21 जून को दवा दुकानदार की हत्या


अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि आर्थर रोड के अधिकारियों ने भी उन्हें कहीं और स्थानांतरित करने का समर्थन किया है और एनआईए को अनुरोध पर कोई आपत्ति नहीं है. अदालत ने अन्य जेलों से जवाब मांगा जहां आरोपियों को स्थानांतरित किया जा सकता है. इसके बाद अदालत ने सुनवाई स्थगित कर दी. पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में 21 जून की रात दवा की दुकान चलाने वाले उमेश कोल्हे (54) की हत्या कर दी गई थी.


पुलिस के अनुसार पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी से संबंधित मामले में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए कोल्हे की हत्या की गई थी. बाद में इस मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली थी. इससे पहले, राजस्थान के उदयपुर में भी इसी तरह एक दर्जी की हत्या की गई थी.