US on India-Pakistan Relations: अमेरिका ने एक बार फिर दोहराया है कि वह लंबे समय से चले आ रहे विवादों को हल करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच रचनात्मक बातचीत का समर्थन करता है. गुरुवार (9 मार्च) को यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की एक प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीति का समर्थन करते हैं. हम एक भागीदार हैं और किसी भी तरह से दोनों की बातचीत हो इसका समर्थन करते हैं. 

हालांकि, नेड प्राइस ने कहा कि पहले बातचीत का फैसला भारत और पाकिस्तान को खुद करना होगा. उन्होंने कहा कि ये ऐसे फैसले हैं जो भारत और पाकिस्तान को खुद लेने होंगे. यह अमेरिका का काम नहीं है कि वह तौर-तरीकों या भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के तरीकों को तय करे. 

SCO की बैठक में शामिल नहीं होगा पाक 

दरअसल, पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच संबंध कई सालों से अनिश्चित रहे हैं. यहां तक ​​कि इस्लामाबाद किसी भी वार्ता के लिए पूर्व भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के लिए अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग कर रहा है. पाकिस्तान ने गुरुवार को नई दिल्ली में 10-12 मार्च को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया. 

व्यक्तिगत रूप से बैठक में भाग लेंगे कुछ सदस्य 

विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने एक बयान में कहा एससीओ के सक्रिय सदस्यों में से एक के रूप में, पाकिस्तान नियमित रूप से सभी एससीओ गतिविधियों में भाग लेता है और उनके परिणामों में रचनात्मक योगदान देता है. पाकिस्तान अब एकमात्र देश है जो भारत की तरफ से आयोजित एससीओ मुख्य न्यायाधीश की बैठक को छोड़ रहा है. नए सदस्य ईरान सहित अन्य सभी सदस्य व्यक्तिगत रूप से बैठक में भाग लेंगे. 

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