Punjab Congress: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को जाहिरा तौर पर शक्ति प्रदर्शन करते हुए यहां एक कैबिनेट सहयोगी के घर रात के भोजन पर अपनी पार्टी कांग्रेस के करीब 55 विधायकों और आठ सांसदों से मुलाकात की. राज्य में चार मंत्री मुख्यमंत्री को बदले जाने की मांग कर रहे हैं. उनमें से तीन मंत्री दिन में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में शामिल नहीं हुए.

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के धड़ों के बीच टकराव की पृष्ठभूमि में अमरिंदर सिंह ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की. सिद्धू ने एक बार फिर अमरिंदर सिंह को बिजली दरों में कमी किए जाने के वादे की याद दिलाई. सिद्धू ने सिंह का एक वीडियो टैग करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘कांग्रेस पार्टी घरेलू बिजली तीन रुपये प्रति यूनिट और औद्योगिक बिजली पांच रुपये प्रति यूनिट देने के अपने संकल्प के साथ-साथ सब्सिडी देने के संकल्प पर कायम है. इस वादे को पूरा किया जाना चाहिए.’

विधायकों और सांसदों से मुलाकात

सूत्रों के अनुसार अमरिंदर सिंह ने खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के सरकारी आवास पर पार्टी के करीब 55 विधायकों और आठ सांसदों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि इससे पहले दिन में कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया और सुखजिंदर सिंह रंधावा राज्य मंत्रिपरिषद की डिजिटल बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक की अध्यक्षता अमरिंदर सिंह ने की. हालांकि मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बैठक में शामिल हुए. बता दें कि राज्य में कांग्रेस के 80 विधायक और आठ सांसद हैं.

हरीश रावत से मिले मंत्री और विधायक

इससे पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के सलाहकार की तरफ से दिए गए विवादित बयान और पंजाब कांग्रेस में जारी सियासी उठापटक के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे नेताओं ने हरीश रावत से मुलाकात की. इसके बाद हरीश रावत ने कहा कि उनसे पंजाब के चार मंत्री और तीन कांग्रेस विधायकों मिले.

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