नई दिल्ली: देश के कुछ चुनिंदा राज्यों में ही कांग्रेस की सरकार है, ऐसा राज्यों में एक पंजाब है. लेकिन पंजाब कांग्रेस फिलहाल अंदरूनी झगड़े की चपेट में है. झगड़ा नहीं थमा तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन सिंह और विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के झगड़े को निपटाने के लिए अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सक्रिय हो गयी हैं. 


सोनिया गांधी के पंजाब की कलह पर तीन सदस्यीय हाई लेवल कमेटी बनायी है. सोनिया गांधी द्वारा बनाई गई इस उच्चस्तरीय कमेटी में मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं. यह कमेटी आज दिल्ली में पंजाब के 25 विधायकों से मिल रही है. कल और परसों भी कमेटी 25-25 विधायकों से मुलाकात करेगी. इसके बाद फिर यह हाई लेवल कमेटी पहले कैप्टन और फिर नवजोत सिंह सिद्धू से भी मिलेगी. 


सोनिया गांधी की बनायी हाई लेवल कमेटी से मिलने पहुंचे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने एबीपी न्यूज़ से बात की. सुनील जाखड़ ने कहा, ''कमेटी के सामने हमने क्या बातें रखीं, मेरे और कमेटी के बीच है. लेकिन मुख्य मुद्दा यह है कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए. पिछली बार पंजाब की जनता ने हमें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी. अगर कहीं किसी तरह का मतभेद है तो उसे कैसे दूर किया जाए और आगे की प्लानिंग कैसे हो, इसी सब चीजों को लेकर कमेटी से बात हुई है.''


बता दें कि पिछले एक महीने से कैप्टन अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ नवजोत सिद्धू के अलावा दो मंत्रियों और कई विधायकों ने मोर्चा खोल रखा है. कोटकपूरा पुलिस फ़ायरिंग केस की जाँच हाईकोर्ट में ख़ारिज होंने के बाद कैप्टन पर कई कांग्रेसी नेता बादल परिवार से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं. CM कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरुवार या शुक्रवार को दिल्ली में हाईकमान की कमेटी से मिलेंगे.