नई दिल्ली: एक तरफ जहां देश 'जय जवान, जय किसान' का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी का जयंती मना रहा है. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गाजीपुर में किसानों और पुलिस के बीच भारी संघर्ष हो रहा है. हजारों किसानों का हुजूम दिल्ली में प्रवेश न करे इसके लिए दिल्ली पुलिस ने भारी बल का प्रयोग किया.
किसानों पर पानी की बौछारें की गई और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इस दौरान कई किसान जख्मी हो गए. एक किसान ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए दावा किया कि उसके पैर में पुलिस की गोली लगी है. फिलहाल गाजीपुर में यूपी की तरफ किसानों की भीड़ है तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस खड़ी है.
किसानों पर पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार की तुलना अंग्रेजों से की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''महात्मा गांधी की जयंती पर मोदी सरकार ने दिखाया है कि वह आजादी से पहले की अंग्रेजी हुकुमत की तरह है. तब ब्रिटिश सरकार ने किसानों का शोषण किया था आज मोदी सरकार किसानों पर आंसू गैसे के गोले छोड़ रही है.''
किसानों को दिल्ली में प्रवेश से रोके जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक केजरीवाल ने कहा, ''किसानों को दिल्ली आने की इजाजत देनी चाहिए. उन्हें क्यों नहीं दिल्ली आने दिया जा रहा है. यह गलत है. हम किसानों के साथ हैं.''
वहीं उत्तर प्रेदश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने किसानों से जो वायदे किये उसे पूरा नहीं किया. यही वजह है कि ये सब हो रहा है. हम किसानों का समर्थन करते हैं.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने ट्वीट कर कहा, ''प्रधानमंत्री की वादाखिलाफ़ी से आहत हज़ारों किसान - हरिद्वार से चलकर गांधी जयंती पर राजघाट जाना चाहते हैं. बीजेपी वाले उन्हें रोकना चाहते हैं. ये गलत है. तुम जीडीपी की बात करते हो, पर अन्नदाता के हाथ खाली हैं, दोगुनी आय की बात करते हो, तुम्हारी बातें झूठ हर दावा जाली है.''
दिल्ली के बॉर्डर पर आमने-सामने जवान और किसान, पुलिस ने वॉटर केन और आंसू गैस के गोले चलाए
आपको बता दें कि किसान कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर दिल्ली के राजघाट पर प्रदर्शन करना चाहते हैं. किसान 'भारतीय किसान क्रांति यात्रा' के तहत नौ दिनों पहले हरिद्वार से सैकड़ों की संख्या में दिल्ली के लिए रवाना हुए थे.
गाजियाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी ने करीब एक घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे. देर रात प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली से वापस लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुलाकात की. मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब दो घंटे चली वार्ता विफल रही और प्रतिनिधिमंडल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की मांग पर अड़े रहे जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत की.
इसके बाद भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना मंत्री सुरेश राणा के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गया. आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर किसान नेताओं की बैठक होगी.