Ajmer Sharif Dargah: देशभर में धार्मिक स्थलों पर चल रहे विवाद के बीच अब अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिवालय होने का दावा चर्चा में है. एक हिंदू संगठन ने दरगाह की जगह मंदिर होने का दावा कर चिश्ती दरगाह के सर्वे की मांग की है. इसके लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी भी लिखी गई है. जिसके चलते अब अजमेर की इस मशहूर दरगाह की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 


अलर्ट पर प्रशासन
अजमेर की दरगाह से जुड़े इस नए दावे के बाद अजमेर जिला प्रशासन अलर्ट पर है. दरगाह की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है और आला अधिकारी भी दरगाह का दौरा कर रहे हैं. दरगाह के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है. गुरुवार को अजमेर की एसडीएम सिटी भावना गर्ग ने भी दरगाह का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. 


पवित्र दरगाह पर मंदिर-मस्जिद बहस
दरअसल महाराणा प्रताप सेना नाम के संगठन ने दरगाह की जगह मंदिर होने का ये बड़ा दावा किया है. बता दें कि अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर न सिर्फ मुस्लिम बल्कि हिंदू भी शीश नवाते हैं. यहां लोग दूर-दूर से आकर आस्था की चादर चढ़ाते हैं. लेकिन इस संगठन ने पवित्र दरगाह को लेकर भी मंदिर-मस्जिद विवाद खड़ा कर दिया है और अब सर्वे कराने की मांग कर रहा है. 


हिंदू संगठन के इस दावे पर अंजुमन कमेटी ने आपत्ति जताई है. अंजुमन कमेटी के सचिव वाहिद अंगारा ने कहा कि, सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के लिए कोई गलत बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर कोई माहौल ख़राब करने की कोशिश करता है तो उसे कानूनी रूप से इसका जवाब दिया जाएगा. 


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