Shashi Tharoor In AICC Session: लोकसभा सांसद और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य शशि थरूर ने बुधवार (9 अप्रैल, 2025) को कहा कि कांग्रेस को रोष, अतीत और नकारात्मक आलोचना की नहीं बल्कि आशा, भविष्य और सकारात्मक विमर्श वाली पार्टी होना चाहिए. एआईसीसी के अधिवेशन में कांग्रेस छोड़ने की अटकलों के बीच उन्होंने जोरदार भाषण दिया.
उन्होंने कहा, "2024 में हमें मिले-जुले नतीजे मिले लोकसभा में हमारी ताकत दोगुनी हो गई, लेकिन राज्य चुनावों में हमें असफलताओं का सामना करना पड़ा. यह AICC सत्र एक महत्वपूर्ण मोड़ होना चाहिए. हमें 2009 से खोए वोटों को वापस हासिल करना होगा, लेकिन हम इसे केवल रचनात्मक आलोचना के माध्यम से हासिल कर सकते हैं, नकारात्मकता से नहीं."
‘कांग्रेस सभी धर्मों की सेवा करती है’
शशि थरूर ने कहा कि प्रस्ताव में हमारे राष्ट्रवाद पर जोर दिया गया है, जो सभी भारतीयों की भलाई में निहित है. सामाजिक न्याय और समावेश के प्रति हमारी प्रतिबद्धता केंद्रीय है, क्योंकि हमारा संविधान सभी धर्मों, भाषाओं, क्षेत्रों और जातियों के राष्ट्र को गले लगाता है और कांग्रेस उन सभी की सेवा करती है. हम एक समावेशी भारत के लिए खड़े हैं, जहाँ कोई एक साथ गर्वित गुजराती, मुस्लिम और भारतीय हो सकता है.
उन्होंने कहा, "जबकि कुछ लोग उत्तर और दक्षिण को बांटने की कोशिश करते हैं. मैं, एक दक्षिण भारतीय के रूप में, यह मानता हूं कि भारत को एकजुट करना हमारी साझा जिम्मेदारी है. नफरत छोड़ो भारत जोड़ो, मैं कहता हूं. एकता हमारा मिशन है फिर ये मायने नहीं रखता कि हम कहां से हैं.”
‘हमारा संकल्प क्रांतिकारी’
कांग्रेस नेता ने कहा, हमारा संकल्प क्रांतिकारी है. यह हमारे समाज के सबसे कमज़ोर लोगों के लिए सामाजिक न्याय पर आधारित है. इस संकल्प के पीछे मुख्य विषय कमज़ोर और हाशिए पर पड़े लोगों - ओबीसी, एससी, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है.
पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसे किया याद
उन्होंने कहा, अंत में, मैं यह कहना चाहूंगा कि यह प्रस्ताव आप सभी गुमनाम पार्टी कार्यकर्ताओं के खून और बलिदान को स्वीकार करता है. आप पार्टी की जान हैं. आपके बिना, कांग्रेस पार्टी नहीं होती. आपके बिना, यह प्रस्ताव सिर्फ़ शब्द बनकर रह जाता. आपकी सेवा के लिए धन्यवाद.
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