पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में 27 मार्च से होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग की सख्ती दिख रही है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजपी वीरेन्द्र का तबादला कर दिया है. उनकी जगह पर निरंजयन को नया डीजीपी नियुक्त किया गया है. केन्द्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वीरेन्द्र को चुनाव से जुड़ी कोई भी जिम्मेदारी ना दी जाए.


केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसके साथ ही सीबीडीटी को निर्देश दिया कि वह तमिलनाडु में सेवारत आईआरएस अधिकारी केजी अरुण राज का तबादला कर उनको तत्काल प्रभाव से सीबीडीटी मुख्यालय में भेजे.


केन्द्रीय चुनाव आयोग का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है और सुबह 10 बजे तक चीफ सेक्रेटरी पश्चिम बंगाल को केंद्रीय चुनाव आयोग को आदेश पर अमल के बारे में जानकारी देनी है. इस लिहाज से केंद्रीय चुनाव आयोग का ये आदेश ममता सरकार के लिए एक बड़ा झटका कहा जा सकता है.


बंगाल में कब-कब होगी वोटिंग?


गौरतलब है कि बंगाल में 294 सीटों के लिए आठ चरणों में वोटिंग होगी. 27 मार्च को पहले चरण के लिए मतदान होंगे. पहले चरण में 30 सीटों पर वोटिंग होगी. दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल को होगा, इसके तहत 30 सीटों पर लोग वोट डालेंगे. तीसरे चरण की वोटिंग के लिए 6 अप्रैल का दिन तय किया गया है, जहां 31 सीटों पर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.


10 अप्रैल को चौथे चरण में 44 सीटों पर वोटिंग होगी. पांचवें चरण का चुनाव 17 अप्रैल को होगा, जहां 45 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा 22 अप्रैल को छठे चरण में 43 सीटों, 26 अप्रैल को सातवें चरण के तहत 36 सीटों तो वहीं आखिरी और आठवें चरण में 35 सीटों पर वोटिंग होगी. नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे.


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