Afghanistan Crisis: भारतीय वायुसेना का एक विमान युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों और 75 लोगों को लेकर भारत लौट रहा है. इनमें 46 अफगान सिख और हिन्दू शामिल हैं. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से लोगों को बाहर निकालने में भारत सरकार के साथ समन्वय कर रहे लोगों ने सोमवार को उक्त जानकारी दी.
लोगों को बाहर निकालने के प्रयासों में विदेश मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के साथ सहयोग कर रहे संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि अब भी अफगानिस्तान में करीब 200 अफगान सिख और हिन्दू फंसे हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों ने काबुल के करते पारवान गुरुद्वारे में शरण ली है जो हवाईअड्डे के करीब है.’’ लोगों को वापस लाने वाली उड़ान की घोषणा करते हुए केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय वायुसेना के विमान से काबुल हवाई अड्डे से पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को वापस लाया जा रहा है. उसी विमान से 46 अफगान हिन्दू और सिख भी वहां फंसे भारतीय नागरिकों के साथ लौट रहे हैं.’’
तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने पंजाबी भाषा में ट्वीट करते हुए कहा- "गुरू ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां काबुल एयरपोर्ट से भारतीय वायुसेना के विमान में लाई जा रही है. उसी विमान में 46 हिन्दू अफगान और सिख के साथ फंसे हुए भारतीयों को लाया जा रहा है."
चंडोक ने कहा, ‘‘विमान में 75 लोग सवार हैं। गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां भी भारत लायी जा रही हैं.’’ अब भी काबुल में फंसे हुए लोगों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा करते पारवान से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक की 10 किलोमीटर की दूरी के बीच विभिन्न नाके बचाव कार्य में सबसे बड़ी बाधा हैं. चंडोक ने कहा कि अगले कुछ घंटों में करीब 100 और अफगान सिख तथा हिन्दुओं को वहां से बाहर निकाला जाएगा.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि ऐसे समय में 46 अफगान सिख और हिन्दुओं को सुरक्षित बाहर निकाला जाना हमारे लिए बड़ी राहत की बात है. समिति भी भारत सरकार के साथ अफगानिस्तान से लोगों को बाहर निकालने में मदद कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों को अमेरिकी सुरक्षा बलों ने काबुल हवाईअड्डे तक पहुंचाया.’’ कतर की राजधानी दोहा से चार उड़ानों से सोमवार को 146 लोगों को वापस लाया गया है.
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