Afghan Diplomat Zakia Wardak Resigned: मुंबई में अफगानिस्तान वाणिज्यिक दूतावास की कांसुलेट जनरल जाकिया वारडाक ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने ऊपर निजी मामलों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. दरअसल जेनरल जाकिया वारडाक पर कथित तौर पर दुबई से 25 किलो सोने की भारत में तस्करी की कोशिश का आरोप है. 


मुंबई एयरपोर्ट पर भारतीय राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने सोना पकड़ा था. इसकी कीमत करीब 18 करोड़ रुपए बताई जा रही है. 


इस वजह से इंडियन पुलिस जाकिया को नहीं कर सकती गिरफ्तार 


सोना तस्करी के मामले में DRI के बयान के बावजूद भारतीय पुलिस जाकिया को गिरफ्तार नहीं कर सकती. इसकी वजह है कि विदेशी राजनयिक होने के नाते जाकिया को डिप्लोमैटिक सुरक्षा मिली है. इसीलिए उनको गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है. नियम अनुसार किसी भी दूसरे देश के डिप्लोमेट को पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी. बल्कि संबंधित देश को उनके खिलाफ एक्शन लेने की नैतिक उम्मीद की जाती है.


जाकिया ने बताया इस्तीफे की वजह


जाकिया ने अपने इस्तीफे के कारणों का भी उल्लेख किया है. उन्होंने कहा है कि बीते साल से उन पर और उनके परिवार और करीबी रिश्तेदारों पर निजी हमले किए जा रहे हैं. इसका उन पर प्रभाव पड़ रहा है. इन आरोपों के बाद उनको अपनी जिम्मेदारी निभाने में परेशानी हो रही है. जाकिया ने कहा कि उन पर लगे आरोपों से उनको हैरानी नहीं हुई, क्योंकि सार्वजनिक जीवन में इस तरह के हमलों के लिए वह पहले से तैयार थीं.


जाकिया का कहना है कि इस तरह के आरोप लगातर उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. जाकिया ने कहा कि उन्होंने अपने देश की सेवा की सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम किया लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का कठिन फैसला लिया है. अफगानिस्तान सरकार की ओर से इस बारे में फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.


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