नई दिल्ली: लंबे वक्त से सबसे ज्यादा चर्चा जिस मुद्दे पर हुई है वह शायद नोटबंदी ही है. सर्वे के दौरान लोगों से पूछा गया कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी कैसी रही? इस पर 48 फीसदी लोगों ने कहा कि नोटबंदी अच्छी रही, 34 फीसदी लोगों ने इसे खराब बताया और 18 फीसदी लोगों ने कहा- पता नहीं.

अच्छे दिन आए क्या? एबीपी न्यूज़, लोकनीति और सीएसडीएस के सर्वे में लोगों से पूछा गया कि अच्छे दिन आए क्या? इस पर 50 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया, 41 फीसदी लोगों ने हां कहा जबकि 9 फीसदी ने कहा- पता नहीं. इससे पहले मई 2017 में जो सर्वे हुआ था उसके मुताबिक 63 फीसदी लोगों ने माना था कि अच्छे दिन आ गए हैं जबकि 27 फीसदी ने इंकार किया था. 10 फीसदी ने कहा था कि उन्हें इस बात का पता नहीं.

जीएसटी पर लोगों की राय नरेंद्र मोदी सरकार के सबसे बड़े और विवादित फिसलों में से एक जीएसटी पर सर्वे में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक 27 फीसदी लोगों ने इसे सावधानी भरा फैसला बताया, 42 फीसदी लोगों ने जल्दीबाजी में आया फैसला बताया जबकि 31 फीसदी ने कहा कि इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है.

पीएम की पहली पसंद कौन सर्वे के मुताबिक पीएम पद के लिए 37 फीसदी लोगों की पहली पसंद नरेंद्र मोदी हैं जबकि 20 फीसदी लोगों की पहली पसंद राहुल गांधी हैं. 2017 में पीएम पद के लिए 44 फीसदी लोगों की पसंद मोदी थे जबकि केवल 9 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी थे. यानि राहुल गांधी की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया है और मोदी की लोकप्रियता कम होती दिख रही है.

40 फीसदी लोग मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं एबीपी न्यूज़ ने सीएसडीएस-लोकनीति के साथ मिल कर एक सर्वे कराया जिससे पता चला है कि देश के 40 फीसदी लोग मोदी सरकार के काम से खुश नहीं है. सर्वे के दौरान देश की जनता से पूछा गया कि मोदी सरकार का कामकाज कैसा रहा? इस पर 51 फीसदी लोग सरकार के काम से संतुष्ट नजर आए, 40 फीसदी लोग मोदी सरकार के काम से असंतुष्ट दिखे जबकि 9 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता.

बता दें कि मई 2017 में जो सर्वे किया गया था जिसमें 64 फीसदी लोग सरकार के काम से संतुष्ट थे, केवल 27 फीसदी लोग ही असंतुष्ट थे जबकि 9 फीसदी ने तब भी कहा था कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता. यानि बेहद साफ है कि मोदी सरकार की लोकप्रियता के ग्राफ में कमी आई है. सर्वे के मुताबिक, पिछले 8 महीने में असंतुष्ट लोगों की तादाद करीब 10 फीसदी बढ़ी है. सीएसडीएस के निदेशक संजय कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में भी नाराजगी बढ़ती देखी जा रही है और इसके पीछे कई बड़े कारण हैं.

कैसे कराया गया सर्वे एबीपी न्यूज ने CSDS-लोकनीति के साथ देश का मूड समझने की कोशिश की है. हमने ये जानना चाहा कि अगर अभी चुनाव हुए तो कैसी होगी संसद की राजनीतिक तस्वीर? ये सर्वे 7 से 20 जनवरी के बीच किया गया है. 19 राज्यों में 175 लोकसभा सीटों पर 14336 वोटरों से उनकी राय जानी गई है.