पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस बार मुख्यतौर पर मुकाबला राज्य की सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी यानी दो दलों के बीच नजर आ रहा है. सी-वोटर की तरफ से एबीपी न्यूज के लिए तीसरी बार किए गए ओपिनियन पोल के मुताबिक, बंगाल में टीएमसी की सरकार बन सकती है. इस सर्वे में बताया गया कि टीएमसी को 152-168 सीटें मिल सकती है. बीजेपी के खाते में 104-120 सीटें आ सकती हैं. कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन के खाते में 18 से 26 सीटें आ सकती है जबकि अन्य के खाते में 0 से 2 सीटें आ सकती हैं.


क्या लेफ्ट करेगी टीएमसी की मदद


हालांकि, यह ओपिनियन पोल है और कुछ चरणों की वोटिंग के बाद स्थिति में परिवर्तन देखने को मिल सकता है. एबीपी न्यूज के इस ओपिनियन पोल पर बात करते हुए सीपीआई के सचिव अतुल अंजान ने कहा कि वह किसी भी सूरत में यह नहीं चाहेंगे कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बने. उन्होंने कहा कि अगर विधानसभा हंग होने की नौबत आएगी तो वे बीजेपी की बजाय गैर-बीजेपी दलों के साथ जाना पसंद करेंगे.


अतुल अंजान बोले- बीजेपी का होगा सफाया


सीपीआई नेता अतुल अंजान ने कहा- “परिवर्तन हो रहा है, जिसकी चर्चा नहीं की जा रही है. महीने भर पहले त्रिपुरा में ट्रायबल ऑटोनोमस का चुनाव हुआ, जिसमें बीजेपी की शिकस्त झेलनी पड़ी.” उन्होंने आगे कहा- बीजेपी सरकार बनाने के करीब पहुंची तो वे ममता के विधायकों को भी खरीदने से बाज नहीं आएंगे. सीपीआई सचिव ने आगे एबीपी ओपिनियन पोल पर आगे कहा कि पुडुचेरी, केरल, बंगाल और तमिलनाडु में इस बार भारतीय जनता पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा.


कैलाश विजयवर्गीय बोले-  बंगाल में बढ़ा BJP का जनधार 


हालांकि, ओपिनियन पोल को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रभारी और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- “सीपीएम के कोर वोटर ही हमारे साथ नहीं है, हमारे पर हर राजनीतिक दल के लोग आए हैं, वो चाहे बात कांग्रेस की हो या फिर टीएमसी की. सीपीएम में भी कुछ बड़े अच्छे लोग हैं जो हमारे साथ आए हैं. उन्हें लगता है कि सीपीएम का राज्य में अब कोई भविष्य नहीं है. बंगाल में एक परिवर्तन की लहर है और लोग परिवर्तन का हिस्सा बनना चाहते हैं.” कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा- आज लोग मोदी जी के लिए काम करना चाहते हैं, विकास के लिए काम करना चाहते हैं.


बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- आज अमित शाह की बंगाल में जितनी भी सभाएं होती है 25 हजार से लेकर एक लाख तक लोग आ रहे हैं. हर मैदान छोटा पड़ता जा रहा है. परिस्थितियां बदल गई हैं. आज सभाओं के लिए जगह छोटी पड़ती जा रही है.


कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में सबसे ज्यादा असुरक्षित महिलाएं ही हैं. ऐसे में टीएमसी को बाकी राज्यों की बात करने की बजाय अपने राज्यों की बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक समय था जब बंगाल के स्टैंडर्ड ऑफ एजुकेशन की देशभर में मान्यता थी लेकिन आज बंगाल लगातार पीछे जा रहा है, हर क्षेत्र के अंदर.


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