बिहार की राजनीति में आगामी पांच साल और गठबंधन के मुद्दों को लेकर चिराग पासवान ने INDIA 2047 कॉन्क्लेव में अहम बयान दिए. उन्होंने बिहार में हाल ही में हुई चुनावी जीत, एनडीए की एकजुटता और गठबंधन की राजनीति पर खुलकर अपनी राय रखी. साथ ही कांग्रेस से कथित बैठक और नीतीश कुमार की अगुवाई पर भी उन्होंने स्पष्टता दी.

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बिहार की जीत पर चिराग का बयानचिराग पासवान ने कहा, 'बिहार की जीत पर आरजेडी का पूरा सफाया हो गया है. आरजेडी बिखरी हुई एनडीए का लाभ ले रहे थे. एनडीए एकजुट होकर आया और परिणाम आप सबके सामने हैं.' उन्होंने बताया कि गठबंधन राजनीति में अक्सर छोटे सहयोगी पार्टियों को कम आंका जाता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक सांसद वाली पार्टी को 5 सीटें और जीरो विधायक वाली पार्टी को 29 सीटें दे दी गईं, जिनमें से 26 हार गई थीं.

डिप्टी सीएम या अन्य पदों पर कोई शर्त नहींचिराग ने साफ किया कि उन्हें कभी भी डिप्टी सीएम बनने की कोई शर्त नहीं थी. उन्होंने कहा, 'पहले भी मेरी कोई शर्त नहीं थी और बाद में भी नहीं. मैं इस गठबंधन में अपने प्रधानमंत्री की वजह से हूं. पीएम मेरे लिए बहुत मायने रखते हैं.'

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कांग्रेस से किसी बैठक की खबर को खारिज कियाकांग्रेस से कथित बैठक के बारे में पूछे जाने पर चिराग ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि ऐसी कोई बैठक हुई. जो मुझे जानते हैं, वो ऐसा साहस नहीं कर पाएंगे. ऐसे नेरेटिव को छोड़िए.'

नीतीश कुमार का अगुवाई पर बयाननीतीश कुमार के उत्तराधिकारी को लेकर पूछे जाने पर चिराग ने कहा, 'नीतीश जी का उत्तराधिकारी कौन होगा, ये उनकी पार्टी का मामला है. लेकिन अगले पांच साल बिहार सरकार नीतीश कुमार की अगुवाई में ही चलेगी.'

बिहार का सीएम बनने का सवालजब पूछा गया कि क्या वह बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, तो चिराग ने कहा, 'मैं राजनीति में बिहार की वजह से आया हूं. मुझे चिंता होती है कि क्यों बिहारी को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है. तीसरी बार सांसद होने के बाद ये समझ में आया कि बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट बनाने के लिए बिहार जाना होगा.' चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के प्रति लगाव जताते हुए कहा, 'मेरे लिए मेरी पार्टी मेरी मां के समान है. विपरीत परिस्थितियों में पार्टी को संभाला है.'