पहलगाम आतंकी हमला: सर्वदलीय बैठक पर संजय सिंह बोले- उम्मीद थी बैठक में PM रहेंगे मौजूद, लेकिन उनको बिहार...
संजय सिंह ने कहा कि आतंकवादियों को बर्बाद किया जाए और उनके कैंप को बर्बाद किया जाएं. अगर पाकिस्तान से यह आतंकवाद संचालित हो रहा है तो उसके खिलाफ भी केंद्र सरकार कार्रवाई करे.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकी हमले को लेकर गुरुवार (24 अप्रैल,2025) को हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने केंद्र सरकार के साथ खड़ा होने का भरोसा दिया. बैठक के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि विपक्ष ने सरकार से पाकिस्तान से पोषित व समर्थित आतंकवाद को उन्हीं की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है.
संजय सिंह ने कहा, ''विपक्ष को उम्मीद थी कि देश की सुरक्षा से संबंधित इतनी गंभीर बैठक में प्रधानमंत्री जरूर मौजूद रहेंगे, लेकिन उनको बिहार जाना ज्यादा महत्वपूर्ण लगा. इस आतंकवादी हमले में सुरक्षा की बड़ी खामी सामने आई है. इसलिए विपक्ष ने इसके लिए केंद्र से जवाबदेही तय करने और सोशल मीडिया के जरिए देश भर में फैलाई जा रही नफरत पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है.''
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ''आज पूरा देश गुस्से और नाराजगी में है. देश का हर नागरिक यह चाहता है कि भारत की सरकार आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दे. जैसे उन्होंने हमारे निहत्थे और निर्दोष लोगों की हत्या की है. आतंकियों ने निहत्थे व निर्दोष पर्यटकों को मारा है. भारत को भी उन्हीं की भाषा में आतंकवादियों का समूल नाश करना चाहिए.''
उन्होंने कहा, ''आतंकवादियों को बर्बाद किया जाए और उनके कैंप को बर्बाद किया जाएं. अगर पाकिस्तान से यह आतंकवाद संचालित हो रहा है तो उसके खिलाफ भी केंद्र सरकार कार्रवाई करे. आज सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने एकमत से यह बात केंद्र सरकार के सामने रखी है.''
संजय सिंह ने कहा, ''यह इतनी गंभीर और संवेदनशील बैठक थी. देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के इतने गंभीर और संवेदनशील मुद्दे पर बैठक थी और सभी विपक्षी दलों की अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री इस बैठक में जरूर शामिल होंगे. लेकिन उन्हें बिहार का कार्यक्रम अधिक महत्वपूर्ण लगा और इस बैठक में आना महत्वपूर्ण नहीं लगा. सर्वदलीय बैठक में यह सवाल भी कई सांसदों ने उठाया.''
उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार का जवाब परंपरागत था. जैसा हमेशा गोल मोल वाला जवाब होता है, वैसा ही रहा. साथ ही, विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ दलों के सदस्यों की तरफ से यह भी बात रखी है कि जिस प्रकार से घटना के बाद सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है, उस पर तत्काल रोक लगाई जाए और देश में शांति व अमन के साथ पाकिस्तान द्वारा पोषित व समर्थित आतंकवाद को कड़ा से कड़ा जवाब दिया जाए.''
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