Parliament Monsoon Session: मणिपुर के मुद्दे (Manipur Violence) को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार (26 जुलाई) को भी जोरदार हंगामा हुआ. विपक्षी दल मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान और चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं. इसी को लेकर विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आया है. इसपर अब आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि विपक्ष के पास कोई विकल्प नहीं बचा था इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया.

  


संजय सिंह को बीते सोमवार को मणिपुर पर हंगामा करने को लेकर राज्यसभा के सभापति ने मानसून सत्र की शेष अवधि से निलंबित कर दिया था. संजय सिंह निलंबन के विरोध में कई अन्य विपक्षी सांसदों के साथ संसद परिसर में धरने पर बैठे हैं. 


संजय सिंह ने और क्या कहा?


धरने पर बैठे संजय सिंह ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि इससे पहले भी कई बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जब विपक्ष के पास संख्याबल नहीं था. तो सवाल ये नहीं है कि जब अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए तो सरकार गिरनी चाहिए. बल्कि बात ये है कि जब सब रास्ते बंद हो गए हैं. आप कहीं आवाज नहीं उठा पा रहे हैं तो बस यही विकल्प बचा था.






"इसलिए विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया"


उन्होंने कहा कि आज हम महंगाई पर, बेरोजगारी, किसान, मणिपुर हिंसा पर सवाल नहीं उठा सकते. इसलिए विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है क्योंकि अब पीएम मोदी को इस मुद्दे पर बोलना पड़ेगा. सरकार चर्चा से भाग रही है. अब विपक्ष के पास केवल अविश्वास प्रस्ताव लाने का ही ऑप्शन बचा था. 


मणिपुर में हिंसा


मणिपुर में बीती तीन मई को मैतई समुदाय की आरक्षण की मांग के खिलाफ जातीय हिंसा भड़क गई थी. इसमें अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घर जला दिए गए हैं. पिछले हफ्ते मणिपुर से महिलाओं को नग्न परेड कराने का एक वीडियो सामने आया था. जिसके बाद पूरे देश में उबाल आ गया था. इसी मामले को लेकर विपक्षी दल भी हंगामा कर रहे हैं. 


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