76th Republic Day: भारत 26 जनवरी 2025 को 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है. इस बार संविधान लागू होने के 75 लाल पूरे होने जा रहे हैं, इसलिए गणतंत्र दिवस उत्सव भी खास होने वाला है. 300 कलाकार विभिन्न प्रकार के भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ 26 जनवरी की परेड की शुरुआत करेंगे. 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में इस बार कुल 31 झांकियां होंगी, जिनमें से 16 झांकियां विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी.
 
ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य शक्ति और भारतीय सांस्कृति विरासत का शानदार प्रदर्शन होगा. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) भी अपनी झांकी पेश करेगी, जिसका थीम रक्षा कवच- मल्टी प्रोटेक्शन अगेंस्ट मल्टी-डोमेन थ्रेट है. इसमें अडवांस डिफेंस डनोवेशन को प्रदर्शित किया जाएगा. 
 
इन 10 हथियारों का होगा प्रदर्शन
  • नाग मिसाइल सिस्टम
  • टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक
  • ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर
  • पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर
  • चेतक ऑल टेरेन वाहन
  • बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन
  • अग्निबाण मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर
  • 500 किलोमीटर की रेंज वाली प्रलय मिसाइल
  • शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम 10 मीटर
  • आकाश वेपन सिस्टम

178 जल योद्धाओं को बुलाया गया

देशभर से 178 जल योद्धाओं को यहां 76वें गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने और जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मिलने के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. गणतंत्र दिवस परेड के बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह आयोजित किया जाएगा. 121 संगीतकारों वाला वायुसेना का बैंड यहां यादगार धुनें प्रस्तुत करेगा.

ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति को दिखाया जाएगा

राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस परेड में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति को प्रदर्शित करने वाली एक झांकी प्रदर्शित की जाएगी. केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने एक बयान में कहा कि यह जीवंत प्रदर्शन भारत के उभरते ऊर्जा परिदृश्य की झलक पेश करेगा और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में देश की अभूतपूर्व प्रगति को दर्शाएगा. झांकी मुख्य रूप से एमएनआरई कार्यक्रमों के साथ ही महत्वाकांक्षी पहल प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना पर केंद्रित होगी.

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति करेंगी संबोधित 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को राष्ट्र को संबोधित करेंगी. गणतंत्र दिवस परेड कर्तव्य पथ पर ध्वजारोहण समारोह के बाद शुरू होगी. राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रपति सलामी लेंगी. इस साल भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते में चार अधिकारी (एक टुकड़ी कमांडर और तीन अतिरिक्त अधिकारी) और 144 वायुसैनिक शामिल हैं. (इनपुट एजेंसी के साथ)

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