पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात ‘यास’ की वजह से राज्य में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है और करीब 2.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल नष्ट हो गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य ने करीब 1200 राहत शिविर शुरू किए हैं, जिनमें करीब दो लाख लोग रह रहे हैं. उल्लेखनीय है कि चक्रवात 26 मई को ओडिशा पहुंचा था.


बनर्जी ने सचिवालय में पत्रकारों से कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘यास’ की वजह से करीब 2.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल और 71,560 हेक्टेयर बागवानी नष्ट हुई है. राज्य में कुल 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.’’ बनर्जी ने 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चक्रवात से हुए नुकसान की एक रिपोर्ट सौंपी थी और प्रभावित इलाकों के पुनर्विकास के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की राहत राशि मांगी थी.


प्रभावित गांवों में की गई पानी की आपूर्ति


उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने प्रभावित गांवों में पानी की थैलियों और पाइपलाइन के जरिए पानी की आपूर्ति की है. मुख्यमंत्री ने बताया कि 329 तटबंधों में से 305 की मरम्मत का काम शुरू हो गया है. ’दुआरे त्राण’ (घर के द्वार तक राहत) योजना के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ केवल चक्रवात से प्रभावित लोग इसके लिए स्वयं आकर आवेदन दें. इस योजना के लिए स्कूलों, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक संस्थानों में शिविर स्थापित किए जाएंगे.’’ वहीं, भारतीय सेना ने पूर्वी मिदनापुर के तालगाचारी इलाके में फंसे स्थानीय लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला.


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