नई दिल्ली: कोरोना से जंग में लगे डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टॉफ के योगदान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार रेखांकित कर चुके हैं. इस महामारी से जंग में ये योद्धा सबसे आगे की पंक्ति में खड़े होकर इसका सामना कर रहे हैं.

अबतक 131 योद्धाओं ने अपनी जान गंवाई

रोज़ाना देश के अलग अलग हिस्सों से डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टॉफ के कोरोना से संक्रमण और मौत की ख़बरें आती रहती हैं. अब तक उनकी मौत का कोई औपचारिक आंकड़ा सामने नहीं आया था लेकिन अब सरकार ने इस बात की जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि उसके पास अबतक कोरोना के 131 मेडिकल योद्धाओं के मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है. इनमें डॉक्टरों के अलावा मेडिकल और पारा मेडिकल स्टॉफ भी शामिल हैं. इस लड़ाई में बलिदान देने वाले योद्धाओं की सबसे बड़ी तादाद महाराष्ट्र, दिल्ली और तेलंगाना की है. ये वो आंकड़ा है जिसके लिए बीमा का दावा किया गया है.

बीमा की 50 लाख की रकम दी जा रही

मार्च में पहली बार लॉकडाउन लगने के कुछ ही दिनों बाद केंद्र सरकार ने कोरोना से लड़ाई में लगे मेडिकल स्टाफों के लिए 50 लाख रुपए की बीमा किए जाने की घोषणा की थी. अब इस योजना के तहत सरकार ने अबतक मरे गए ऐसे लोगों को बीमा की रकम देने की शुरुआत कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 131 में से 20 लोगों को बीमा की रक़म दी जा चुकी हैं.

वहीं 64 लोगों को रक़म अदायगी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. बाक़ी बचे 47 योद्धाओं के बीमा का दावा राज्य सरकारों के पास लंबित पड़ा है. राजेश भूषण के मुताबिक़ ये वो आंकड़ा है जिसके लिए बीमा का दावा किया गया है. उन्होंने कहा कि बीमा का दावा धीरे-धीरे आ रहा है क्योंकि मृत्यु के कुछ दिनों तक परिवार बीमा का दावा करने की हालत में नहीं रहता है.

राजेश भूषण ने कहा कि सरकार एक बार फिर महामारी से लड़ाई में लगे सभी योद्धाओं के योगदान का बेहद सम्मान करती है.

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