Coal Miners Abducted: असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के एक कोयला खदान में काम करने वाले कम से कम 10 मजदूरों (खनिक) का उग्रवादियों के एक समूह ने अपहरण कर लिया है. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के संदिग्ध सदस्यों ने उनका अपहरण किया है. वारदात शनिवार (17 फरवरी) की रात की है.


अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने पुलिस के हवाले से लिखा है कि फिनबोरो कोलमाइन में कुल 14 मजदूर काम कर रहे थे. उसी समय संदिग्ध आतंकवादियों के एक समूह ने शनिवार रात असम सीमा के पास अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले से उनका अपहरण कर लिया. ‌14 में से चार मजदूर तो भागने में सफल रहे हैं, जबकि बाकी 10 को वे ले गए हैं.


साथ काम करने वाले मजदूरों ने बताया क्या हुआ


अपहरण कर ले जाए गए मजदूरों के साथ काम कर रहे अन्य श्रमिकों ने बताया कि रात लगभग तीन बजे सात हथियारबंद उग्रवादियों के एक समूह ने मजदूरों को बंदूक दिखाकर एक डंपर में बैठा लिया. इसके बाद वे उन्हें अरुणाचल प्रदेश के सुदूर इलाके पुराने लोंगटोई की ओर ले गए हैं.


तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गुराव अभिजीत दिलीप ने रविवार (18 फरवरी) को कहा कि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि उग्रवादियों ने कितने लोगों का अपहरण किया है. उन्होंने कहा, "अरुणाचल प्रदेश पुलिस मामले की जांच कर रही है और हम उनकी मदद कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि अपहृत व्यक्तियों में कुछ असम निवासी भी शामिल हैं."


पहले भी हो चुकी हैं ऐसी वारदातें


अरुणाचल प्रदेश पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, बचाव अभियान के लिए अतिरिक्त बल बुलाया गया है. हालांकि, उग्रवादी समूहों की ओर से अभी तक कोई डिमांड नहीं आई है. अधिकारियों ने बताया कि उस इलाके में पहले भी ऐसी घटनाएं हुई थीं और बाद में मजदूरों को रिहा कर दिया गया था.


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