नोएडा: जिम ट्रेनर को गोली मारने वाला दरोगा अब सलाखों के पीछे है लेकिन विपक्ष, सरकार के खिलाफ मुखर हो चुका है. कांग्रेस नेता राज बब्बर ने पुलिस को वर्दी वाला गुंडा कहा और योगीराज में जारी एनकाउंटर्स की सीबीआई जांच की मांग की.


राजबब्बर फोर्टिस अस्पताल में भर्ती जितेंद्र को देखने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कहा जिस तरह पुलिस जितेंद्र की गाड़ी ले गई है उससे साफ है कि उसकी मंशा सुबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की है. ये है योगी सरकार की नीति कि वर्दी में हत्याएं की जा रही हैं. असली बदमाश वर्दी पहन कर घूम रहे हैं. आठ महीने जेल जाने वाले को सीओ बनाया जा रहा है.

यूपी: 10 महीने में 1142 एनकाउंटर, 34 अपराधी ढेर, अब उठ रहे पुलिस पर सवाल

नोएडा का मामला क्या है?
जितेंद्र नोएडा के सेक्टर 122 में अपना जिम चलाते हैं. चचेरी बहन की सगाई से लौटते वक्त सेक्टर 122 की मार्केट में वह कुछ खाने लगे. दरोगा विजयदर्शन शर्मा सादी वर्दी में तीन सिपाहियों के साथ वहां पहुंचे और बहस के बाद जितेंद्र पर गोली चला दी. आरोप है कि इसके बाद पौन घंटे तक गाड़ी में उसे घुमाते रहे ताकि उसकी जान निकल जाए. बाद में सेक्टर 62 के फोर्टिस अस्पताल में उसे छोड़ कर भाग गए.

25 जनवरी को चलती बस से अगवा हुआ था बच्चा, एनकाउंटर कर पुलिस ने छुड़ाया

आंकडे देते हैं गवाही
एबीपी न्यूज़ की रिसर्च टीम के मुताबिक 20 मार्च 2017 से 31 जनवरी 2018 तक 1142 मुठभेड़ हुई हैं. इन मुठभेड़ों में 2744 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. 265 अपराधी मुठभेड़ों के दौरान घायल हुए और 34 अपराधी इन एनकाउंटर्स में मारे गए. 247 पुलिसकर्मी भी इन मुठभेड़ों में घायल हुए जबकि 4 शहीद हो गए. इस अवधि के दौरान 1 अरब 46 करोड़ 79 लाख 49 हज़ार 779 रुपए की संपत्तियां जब्त हुईं.

सिक्किम से लड़की को नौकरी का झांसा देकर लाए और कराने लगे देह व्यापार

हर दिन करीब 3 एनकाउंटर
करीब 10 महीने में 1142 एनकाउंटर का अर्थ ये हुआ कि हर महीने 114 एनकाउंटर हुए और हर दिन करीब 3 से अधिक एनकाउंटर हुए. सबसे अधिक एनकाउंटर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुए. मुजफ्फरनगर और बुलंदशहर में कई एनकाउंटर हुए और कई बदमाश भी मारे गए. इन मुठभेड़ों पर भी सवाल उठे. पुलिस ने अंकित तोमर जैसा होनहार सिपाही भी खोया.