भोपाल: मध्य प्रदेश के देवास जिले में सात सालों से लापता चार बच्चियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. उन्हें देह व्यापार में सक्रिय गिरोह ने अगवा कर लिया था. उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया था वो अपने मां-बाप को भी पहचान नहीं पा रही थीं. बाद में डीएनए टेस्ट के जरिए उनकी पुष्टि की गई.


जिस समय उनका अपहरण किया गया था उस दौरान तीन बच्चियों की उम्र करीब आठ साल और एक बच्ची की उम्र करीब पांच साल थी. अब जब वो घर लौटीं हैं तो उन उनमें से तीन की उम्र 15 और एक की 12 साल हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि इतने सालों बाद उनके परिवारों में काफी खुशी है.


एक मामले में दो बच्चियों की मां ने मामला दर्ज करवाया था. इसमें बताया था कि वह खेत पर काम कर रही थी इसी दौरान उसे अपने पति से कुछ काम आ गया. पति बस में जा रहा था तो वह पीछे दौड़ी, उसके पीछे उसकी दो बच्चियां और एक सहेली भी दौड़ पड़ी. जब लौट कर उसने देखा तो तीनों वहां नहीं थीं.


इधर देवास के ही कोतवाली थाना क्षेत्र के उज्जैन ओवर ब्रिज के नीचे से एक 5 साल की बच्ची का अपहरण हो गया था. इसके बाद अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी होने लगी. पुलिस की भिन्न टीमें साइबर सेल के साथ एक साथ काम कर रही थी. छोटे-छोटे सबूतों को देखा गया और फिर पुलिस आखिरकार इन चार बच्चियों के पास पहुंच ही गई.


पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों नागपुर से भी एक मध्यप्रदेश की लड़की को मुक्त कराया गया था. अधिकारी लापता लड़कियों के अन्य मामलों को लेकर भी सक्रिय हो गए हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य मां-बाप भी अपने बच्चों से मिल सकते हैं. कुछ गिरोह भी पुलिस की नजर में हैं जिनके मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है.


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