नयी दिल्ली: जुड़वा नवजात बच्चों में से एक को जीवित होने के बावजूद मृत घोषित करने के मामले की जांच के लिए दिल्ली सरकार ने जो टीम गठित की थी उसने मैक्स हॉस्पिटल को बच्चों से जुड़े तय मेडिकल नियमों का पालन नहीं करने का दोषी पाया है.
दिल्ली सरकार के एक सूत्र ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट सौंपी. समिति ने अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की और इससे जुड़े कर्मियों से मुलाकात की.
सूत्र ने कहा, ‘‘समिति ने अपनी रिपोर्ट में अस्पताल को नवजात शिशुओं से जुड़े तय मेडिकल नियमों का पालन नहीं करने का दोषी पाया.’’ रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे के जीवित होने का पता लगाने के लिए ईसीजी जांच नहीं कराई गई. बच्चे को लिखित निर्देशों के बिना ही सौंप दिया गया.
मैक्स हेल्थकेयर अस्पताल ने इस बीच दिल्ली सरकार की टीम की शुरुआती जांच के जवाब में कहा कि हम कोई कमेंट करने से पहले अंतिम रिपोर्ट की पूरी तरह से समीक्षा करना चाहेंगे. बताते चलें कि 21 साल की एक महिला ने पिछले हफ्ते जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था जिनमें से एक की जन्म के साथ ही मौत हो गई और दूसरे को एक घंटे के बाद मैक्स हॉस्पिटल ने जीवित होने के बावजूद मृत घोषित कर दिया था.