लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आज़ाद को हिमाचल के डलहौज़ी से गिरफ्तार किया है. वह सहारनपुर दंगे के बाद से वह फ़रार चल रहा था. एसटीएफ़ ने चंद्रशेखर की गर्ल फ्रेंड की मदद से उसे पकड़ा है.


चंद्रशेखर ने कमरे का दरवाज़ा खोला तो सामने यूपी पुलिस खड़ी थी


सुबह 10 बजे जब चंद्रशेखर ने कमरे का दरवाज़ा खोला तो सामने यूपी पुलिस खड़ी थी. जब तक वह कुछ समझ पाता, एसटीएफ़ के कमांडो ने उसे दबोच लिया. बीती रात ही चंद्रशेखर डलहौज़ी आया था. डलहौज़ी हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की एक ख़ूबसूरत जगह है.


यह भी पढ़ें : नेपाल : बे 'दिल' बिकिनी किलर चार्ल्स शोभराज को दिल की बीमारी, होगा ऑपरेशन


भीम आर्मी के चीफ़ चंद्रशेखर के पकड़े जाने की कहानी बड़ी फ़िल्मी है


सहारनपुर दंगों के बाद से ही यूपी पुलिस चंद्रशेखर को ढूँढ रही थी. भीम आर्मी के चीफ़ चंद्रशेखर के पकड़े जाने की कहानी बड़ी फ़िल्मी है. वह लगातार सिम कार्ड बदल-बदल कर फ़ोन पर बात करता था. जगह भी बदलता रहता था. सवेरे का नाश्ता दिल्ली में तो शाम की चाय चंद्रशेखर चंडीगढ़ में पीता था.


चंद्रशेखर अपने दो गर्ल फ्रेंड्स से लगातार संपर्क में था


लेकिन, उसकी गर्ल फ़्रेंड ने उसका खेल ख़राब कर दिया. चंद्रशेखर अपने दो गर्ल फ्रेंड्स से लगातार संपर्क में था. इनमें से एक सहारनपुर की तो दूसरी हरिद्वार की है. इन लड़कियों की मुखबिरी पर ही चंद्रशेखर पकड़ा गया. उसकी गिरफ़्तारी के बाद भीम आर्मी के राजनैतिक कनेक्शन की भी पता चलेगा.


यह भी पढ़ें :  मुंबई सेक्स रैकेट : मां ने ही घसीटा 16 साल की बेटी को देह व्यापार में, बॉलीवुड डायरेक्टर की बेटी भी शामिल 


कुछ नेताओं ने तो भीम आर्मी के लिए चंदे भी जुटाए


सूत्रों की मानें तो बीएसपी और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने चंद्रशेखर की मदद की. कुछ नेताओं ने तो भीम आर्मी के लिए चंदे भी जुटाए. 16 जून को चंद्रशेखर फिर से दिल्ली में प्रदर्शन की तैयारी में था. सहारनपुर में ठाकुरों और दलितों में ख़ूनी संघर्ष के बाद से पुलिस उसे खोज रही थी.