सूरत: गुजरात पुलिस ने सूरत में मृत पाई गई नौ साल की बच्ची की पहचान करने के लिए आठ हजार से ज्यादा लापता बच्चियों के डेटा को बारीकी से जांचा है. मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी. ऐसा माना जा रहा है कि छह अप्रैल को सूरत के भेसतन इलाके के एक क्रिकेट मैदान के पास उसे फेंकने से पहले उसका अपहरण कर प्रताड़ित और उसके साथ रेप किया गया.

कई घंटे तक चले परीक्षण के बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि बच्ची को कम से कम आठ दिनों तक रेप किया गया था और उस पर जुल्म ढाए गए थे. बच्ची के निजी अंगों समेत उसके शरीर पर 86 चोट के निशान पाए गए थे.

राज्य के गृह मंत्री जडेजा ने गांधीनगर में बताया, "उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चला है कि बच्ची के साथ कम से कम आठ दिनों तक रेपकिया गया और उसे प्रताड़ित किया गया."

बच्ची की पहचान नहीं हो पाई है और कोई भी अभी तक शव पर दावा करने के लिए आगे नहीं आया है.

उन्होंने कहा कि सूरत अपराध शाखा उसकी पहचान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. उन्होंने कहा, "पुलिस ने आठ हजार लापता बच्चियों के विवरण की बारीकी से जांच की है. ऐसा लग रहा है कि वह राज्य से बाहर की है और अपराध को अंजाम देने के बाद उसे यहां फेंका गया है."

बच्ची या उसके परिवार के बारे में जानकारी देने वाले के लिए बीस हजार रुपए के इनाम का भी ऐलान किया गया है.