नई दिल्ली: साउथ ईस्ट पुलिस ने 4 ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो लॉकडाउन के दौरान चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. दरअसल वसंत कुंज के रहने वाले अंशुमन साहा नाम के एक शख्स ने ओखला पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज करवाई. अंशुमन ने अपनी शिकायत में बताया कि ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के अंदर वो अपनी एक कंपनी चलाता है, जिसका नाम रिबूट सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड इंडिया है. यहां दूसरी कंपिनयों से पुराने फोन, आई-पैड और टेबलेट लेकर और उन्हें नया कर के वापस मार्केट में बेच दिया जाता है.

अंशुमन ने बताया कि जब से लॉकडाउन हुआ है तब से उसकी कंपनी बंद है. जब वो 4 मई को अपनी कंपनी में पहुंचा तो उसने देखा कि ग्रिल और खिड़कियां टूटी पड़ी हैं और सभी मोबाइल फोन, टेबलेट और आई-पैड गायब हैं. पुलिस ने अंशुमन की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया और जांच में जुट गई.

पुलिस ने आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली और मुखबिरों का जाल बिछाया गया. तभी एक मुखबिर ने पुलिस को इस पूरी वारदात के बारे में जानकारी दी और उस शख्स के बारे में बताया जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था. चोरी के मामले में पुलिस ने सबसे पहले राजेश नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया. राजेश से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने उन तीनों चंदन, रामबाबू और शिवम को भी गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में इन चारों ने बताया कि चोरी किया गया सामान उन्होंने आपस में बांट लिया है और अपने अपने घरों में रखा है. पुलिस ने इन सब की निशानदेही पर चोरी किया गया माल बरामद कर लिया है. पुलिस ने इन शातिर चोरों के पास से चोरी किए गए, 187 आई-फ़ोन, 90 टेबलेट, 8 आई-पैड और 37 मोबाइल फोन बरामद कर लिए है. अब पुलिस की टीम इनसे ये पता करने में जुटी है कि लॉकडाउन के दौरान इन शातिर चोरों ने और कहां-कहां पर चोरी की ऐसी ही वारदातों को अंजाम दिया था.

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