बिहार चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है. 243 में से 203 सीटों के साथ NDA रिकॉर्ड जीत की ओर है, जबकि महागठबंधन के खाते मतें 35 सीटें ही आ रही हैं. NDA को 2020 के मुकाबले 70 से ज्यादा सीटों का फायदा हो रहा है, महागठबंधन को उतना ही नुकसान. सबसे बुरा हाल तो कांग्रेस का है, जिसे सिर्फ 4 सीटें ही मिल रही हैं. कांग्रेस फिर एक बार विधानसभा चुनाव हार गई है. लेकिन यह नई बात नहीं है, बल्कि 2014 से 2025 तक के आंकड़े देखें, तो अब कांग्रेस को हार की आदत लग गई होगी.
तो आइए ABP एक्सप्लेनर में समझते हैं कि बीते 11 सालों में कांग्रेस कितने चुनाव हार गई, यह हार किन-किन राज्यों में मिली और कांग्रेसी हार का ट्रेंड क्या है...
सवाल 1- 2014 से 2025 तक देश में कितने लोकसभा चुनाव हो चुके हैं?जवाब- बीते 11 सालों में तीन बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. लोकसभा चुनाव हर 5 साल में आयोजित होते हैं और यह 11 सालों की अवधि में तीन पूर्ण चक्रों को कवर करती है.
- पहला चुनाव- 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए हुआ था, जब मतदान 7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में पूरा हुआ था. कुल 543 सीटों के लिए 8,251 उम्मीदवार मैदान में थे. 66.4 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो उ समय तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा था. नतीजों में बीजेपी ने 282 सीटें जीतीं, जो 272 सीटों के बहुमत से भी ज्यादा था, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटें मिलीं. इसी चुनाव से कांग्रेस केंद्र की सत्ता से बाहर हुई.
- दूसरा चुनाव- 2019 में 17वीं लोकसभा के लिए हुआ, जब मतदान 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में पूरा हुआ. यहां भी 543 सीटें दांव पर थीं. 67.4 प्रतिशत मतदान हुआ और बीजेपी ने 303 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस को महज 52 सीटें मिलीं.
- तीसरा चुनाव- 2024 में 18वीं लोकसभा के लिए हुआ. 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में चुनाव संपन्न हुआ. 65.79% वोटिंग हुई और बीजेपी को 240 सीटें मिलीं, जबकि NDA को कुल 293 सीटें हासिल हुईं. नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने. कांग्रेस को इस चुनाव में 99 सीटें मिलीं, जो 2014 के बाद उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन था.
इन चुनावों ने राष्ट्रीय राजनीति को बीजेपी केंद्रित बनाया, जहां नरेंद्र मोदी की अगुवाई में NDA ने मजबूत सरकारें बनाईं, लेकिन 2024 में विपक्ष की एकजुटता से थोड़ा संतुलन बिगड़ गया. अब अगला चुनाव 2029 में होंगे.
सवाल 2- 2014 से 2025 तक पूरे भारत में कितने विधानसभा चुनाव हुए और नतीजे क्या रहे?जवाब- इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) के मुताबिक, 2014 से 2025 तक पूरे भारत में 66 पूर्ण राज्य विधानसभा चुनाव हुए. 'विधानसभा चुनाव' शब्द मुख्य रूप से पूर्ण राज्य चुनावों के लिए इस्तेमाल होता है...
2025 में 2 विधानसभा चुनाव
- बिहार- 243 सीटों में NDA 202 सीटों पर लीड कर रही है, जबकि कांग्रेस का नंबर 5 सीटों का है.
- दिल्ली- 70 सीटों में बीजेपी ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
2024 में 8 विधानसभा चुनाव
- आंध्र प्रदेश- 175 सीटों में TDP गठबंधन ने 164 सीटें जीतीं, कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- अरुणाचल प्रदेश- 60 सीटों में बीजेपी ने 46 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 1 सीट मिली.
- ओडिशा- 147 सीटों में बीजेपी ने 78 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 14 सीटें मिलीं.
- सिक्किम- 32 सीटों में SKM ने 19 सीटें और कांग्रेस ने सिर्फ 1 सीट जीती.
- हरियाणा- 90 सीटों में बीजेपी ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 20 सीटें ही मिलीं.
- महाराष्ट्र- 288 सीटों में महायुति ने 230 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 16 सीटें मिलीं.
- झारखंड- 81 सीटों में झामुमो गठबंधन ने 47 सीटें जीतीं, जिसमें कांग्रेस को 15 सीटें मिलीं.
- जम्मू-कश्मीर- 90 सीटों में NC ने 42 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटें मिलीं.
2023 में 9 विधानसभा चुनाव
- मेघालय- 60 सीटों में NDA ने 31 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 4 सीटें ही मिलीं.
- नागालैंड- 60 सीटों में NDA ने 37 सीटें जीतीं और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- कर्नाटक- 224 सीटों में कारंग्रेस ने 135 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
- मध्य प्रदेश- 230 सीटों में बीजेपी ने 163 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 66 सीटें मिलीं.
- राजस्थान- 200 सीटों में बीजेपी ने 115 जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 69 सीटें जीतीं.
- छत्तीसगढ़- 90 सीटों में बीजेपी ने 54 जीतीं, कांग्रेस को 35 सीटें मिलीं.
- तेलंगाना- 119 सीटों में कांग्रेस ने 64 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
- मिजोरम- 40 सीटों में जोराम पीपुल्स मुवमेंट ने 27 सीटें जीतीं, कांग्रेस को महज 1 सीट मिली.
2022 में 7 विधानसभा चुनाव
- गोवा- 40 सीटों में बीजेपी ने 20 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 3 सीटें मिलीं.
- मणिपुर- 60 सीटों में बीजेपी ने 32 सीटें और कांग्रेस ने महज 5 सीटें जीतीं.
- उत्तराखंड- 70 में बीजेपी ने 47 सीटें और कांग्रेस ने 19 सीटें जीतीं.
- पंजाब- 117 सीटों में आप ने 92 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 18 सीटें मिलीं.
- उत्तर प्रदेश- 403 में बीजेपी ने 255 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 62 सीटें जीतीं.
- गुजरात- 182 सीटों में बीजेपी ने 156 सीटें और कांग्रेस ने महज 4 सीटें जीतीं.
- हिमाचल प्रदेश- 68 सीटों में कांग्रेस ने 40 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
2021 में 5 विधानसभा चुनाव
- पश्चिम बंगाल- 294 सीटों में TMC को 213 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- असम- 126 सीटों में बीजेपी ने 60 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 29 सीटें मिलीं.
- केरल- 140 सीटों में LDF ने 99 सीटें जीतीं और कांग्रेस को 21 सीटें मिलीं.
- तमिलनाडु- 234 सीटों में DMK ने 133 सीटें जीतीं, कांग्रेस सिर्फ 3 सीटें मिलीं.
- पुडुचेरी- 30 सीटों में NDA को 16 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिलीं.
2020 में 2 विधानसभा चुनाव
- दिल्ली- 70 सीटों में आप ने 62 सीटें जीतीं, कांग्रेस को एक भी नहीं मिली.
- बिहार- 243 सीटों में NDA ने 125 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 19 सीटें मिल सकीं थीं.
2019 में 6 विधानसभा चुनाव
- आंध्र प्रदेश- 175 सीटों में YSR-कांग्रेस ने 151 सीटें जीतीं, कांग्रेस का खाता नहीं खुला.
- अरुणाचल प्रदेश- 60 सीटों में बीजेपी ने 41 सीटें जीतीं, कांग्रेस को महज 1 सीट मिली.
- ओडिशा- 147 सीटों में बीजू जनता दल ने 112 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 14 सीटें मिलीं.
- सिक्किम- 32 सीटों में SKM ने 17 सीटें जीतीं, कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- महाराष्ट्र- 288 सीटों में बीजेपी ने 132 सीटें और कांग्रेस ने सिर्फ 16 सीटें जीतीं थीं.
- झारखंड- 81 सीटों में JMM को 30 सीटें और कांग्रेस को 16 सीटें मिलीं.
2018 में 5 विधानसभा चुनाव
- कर्नाटक- 224 सीटों में बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं. कांग्रेंस ने 78 सीटें जीतीं और गठबंधन करके सरकार बनाई.
- त्रिपुरा- 60 सीटों में बीजेपी ने 36 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 1 सीट मिली.
- मध्य प्रदेश- 230 सीटों में कांग्रेस ने 114 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
- छत्तीसगढ़- 90 सीटों में कांग्रेंस ने 60 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
- राजस्थान- 200 में 99 सीटें कांग्रेस ने जीती और सरकार बनाई.
2017 में 7 विधानसभा चुनाव
- गोवा- 40 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 13 सीटें जीतकर गठबंधन की सरकार बनाई, कांग्रेस को 17 सीटें मिलीं थीं.
- मणिपुर- 60 सीटों में से बीजेपी ने 21 सीटें जीतकर गठबंधन की सरकार बनाई, कांग्रेस 28 सीटें जीतकर भी सत्ता में नहीं आई.
- उत्तर प्रदेश- 403 सीटों में बीजेपी ने 312 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 7 सीटें मिलीं.
- उत्तराखंड- 70 सीटों में बीजेपी ने 57 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 11 सीटें मिलीं.
- पंजाब- 117 सीटों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर सरकार बनाई.
- हिमाचल प्रदेश- 68 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 44 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 21 सीटें ही मिल सकीं.
- गुजरात- 182 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 99 सीटें और कांग्रेंस ने 80 सीटें जीतीं थीं.
2016 में 5 विधानसभा चुनाव
- असम- 126 सीटों में बीजेपी ने 86 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 25 सीटें मिलीं.
- केरल- 140 सीटों में LDF ने 91 सीटें जीतीं, कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- तमिलनाडु- 232 सीटों में AIADMK को 136 सीटें मिलीं और कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटें मिलीं.
- पश्चिम बंगाल- 294 सीटों में TMC ने 211 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस का खाता नहीं खुला.
- पुडुचेरी- 30 सीटों में से NDA को 17 सीटें और कांग्रेस को 15 सीटें मिलीं.
2015 में 2 विधानसभा चुनाव
- दिल्ली- 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी (आप) ने 67 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
- बिहार- 243 सीटों में से महागठबंधन ने 178 सीटें जीतीं, तब भी काग्रेंस का खाता नहीं खुला.
2014 में 8 विधानसभा चुनाव
- आंध्र प्रदेश- 175 सीटों पर YSR-कांग्रेस ने 67 सीटें जीतीं. कांग्रेस को 1 भी सीट नहीं मिली.
- अरुणाचल प्रदेश- 60 सीटों में से कांग्रेस ने 42 सीटें जीतीं.
- ओडिशा- 147 सीटों में बीजू जनता दल ने 117 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिलीं.
- सिक्किम- 32 सीटों में से सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 22 सीटें जीतीं, कांग्रेस का खाता नहीं खुला.
- हरियाणा- 90 सीटों में से बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर सरकार बनाई, कांग्रेस को 15 सीटें मिलीं.
- महाराष्ट्र- 288 सीटों में से बीजेपी ने 122 जीतीं, जबकि कांग्रेस को 42 सीटें मिलीं.
- झारखंड- 81 सीटों में बीजेपी ने 37 सीटें जीतीं, कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटें मिलीं.
- जम्मू-कश्मीर- 87 सीटों में से पीडीपी ने 28 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 7 सीटें मिल सकीं.
सवाल 3- तो बीते 11 सालों में कांग्रेस कितने चुनाव जीती, कितने हार गई?जवाब- चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, बीते 11 सालों में 66 पूर्ण विधानसभा चुनाव हुए. इनमें कांग्रेस कुल 8 चुनाव जीती और 58 चुनाव हार गई. यहां हार का मतलब बहुमत तन मिलना या गठबंधन नेतृत्व न करना है. वोट शेयर औसत 19% रहा, लेकिन सीट कन्वर्शन कम हुआ. बीजेपी की लहर, क्षेत्रीय दलों की मजबूती और संगठन की कमजोरी ने कांग्रेस को हारी हुई पार्टी बना दिया.