मुंबई: कर्नाटक के कलबुर्गी में एमआईएम नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने भड़काऊ और आपत्तिजनक भाषण दिया था. वारिस पठान के भाषण पर सभी पार्टियों ने एमआईएम नेता वारिस पठान को निशाने पर लिया है. शिवसेना नेता संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया कि क्या वारिस पठान या एमआईएम देश के मुसलमानों के ठेकेदार है ?



वारिस पठान के खिलाफ शिकायत दर्ज


वारिस पठान का कलबुर्गी में दिए आपत्तिजनक और भड़काऊ भाषण का क्लिप वायरल हो रहा है. जिसके बाद मुम्बई के अंधेरी पुलिस स्टेशन में वारिस पठान के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है. वारिस पठान के खिलाफ शिकायत अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाली संस्ठा 'संघर्ष' के अध्यक्ष पृथ्वीराज म्हस्के ने की है. पृथ्वीराज म्हस्के के मुताबिक, 'हिन्दू और मुस्लिम हम सभी एक हैं लेकिन वारिस पठान के बयान समाज में नफरत पैदा करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पठान मुसलमानों को उकसाने का काम कर रहे हैं और वारिस पठान का बयान देशद्रोह की श्रेणी में आता है. इसलिए वारिस पठान पर देशद्रोह की धारा के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की गई है.


क्या भड़कऊ बयान सियासी जमीन तलाशने की कवायद 


वारिस पठान ने कर्नाटक के कलबुर्गी में दिए भाषण में भड़काऊ बयान देते हुए कहा था, "15 करोड़ मुसलमान 100 करोड़ हिंदुओ पर भारी हैं. अभी शेरनी के रूप में मुस्लिम महिलाएं सामने आई हैं मगर पसीने छूटने लगे, सोच लो जब हम एक साथ आएंगे तो क्या होगा ?" वारिस पठान साल 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंबई की भायखला सीट से विधायक चुनकर आए थे. मगर साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वारिस पठान बुरी तरह हार गए. माना जा रहा है कि वारिस पठान का भड़काऊ बयान उनकी राजनैतिक जमीन तलाशने की कवायद है. जिससे उनका कोर मुस्लिम वोट बैंक स्थिर हो सके. पठान पर आरोप है कि इससे पहले आपत्तिजनक बयान देते रहे हैं.