Pyar Ka Professor Review: किसी भी लड़की का दिल कैसे जीता जा सकता है, एक लड़की के साथ कैसे बिहेव करना चाहिए, अगर आप किसी को पंसद करते हैं तो उसतक अपने दिल की बात कैसे पहुंचाएं. कैसे ये पता करें कि आप किसी लड़की से बात करके चक्कर में उसे परेशान तो नहीं कर रहे. इन दिनों कंटेंट की भरमार है, हर हफ्ते इतना कंटेंट आता है कि सब कुछ ठीक देखना संभव नहीं होता. ऐसे में कुछ ऐसी चीजें होती हैं तो अच्छी होती हैं लेकिन लोगों को पता ही नहीं चलता, क्योंकि इनका प्रमोशन इतना नहीं होता. ऐसी ही एक वेब सीरीज आई है अमेजन एमएक्स प्लेयर पर, नाम है प्यार का प्रोफेसर. इस वेब सीरीज की एक लाइन का रिव्यू यही है कि इन प्रोफेसर साहब से मिल लीजिए.
कहानी
ये कहानी है वैभव चक यानि प्रणव सचदेवा की जो एक लव गुरु हैं. लड़कों को सिखाते हैं कि लड़कियों का दिल कैसे जीता जा सकता है. आप कह सकते हैं कि वो लड़कियां पटाने के तरीके सिखाते हैं लेकिन अच्छी बात ये है कि वो ये भी सिखाते हैं कि लड़कियों को इज्जत कैसे दी जाए. खुद वैभव को एक नेता पंकज बलराज यानि महेश बलराज की पत्नी मल्लिका चौधरी पसंद आ जाती हैं. वो नेता गुस्से वाला है, वैभव के भी एक वीडियो से वो नाराज है लेकिन फिर पंकज वैभव को अपना इमेज कंस्लटेंट रख लेता है. इससे वैभव उसकी पत्नी के भी करीब जाता है, फिर क्या होता है, ये आपको इस 6 एपिसोड की सीरीज में देखना होगा.
कैसी है ये सीरीज
ये सीरीज शुरू होती है तो लगता है कि ये तो लड़कियां पटाने के तरीके बता रहा है. ये तो कुछ ठीक नहीं है लेकिन कुछ ही वक्त बाद आपको समझ आता है कि यहां मामला इससे आगे का है. इस सीरीज से आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है. लड़कियों को इज्जत देना, अगर आपका पार्टनर आपसे रूठा है तो उसे कैसे मनाना. कैसे किसी के दिल की बात जानना, ये वेब सीरीज काफी फ्रेश लगती है. कुछ नया देखने को मिलता है, कॉमेडी भी अच्छी है, बेवजह सीरीज को खींचा नहीं गया है. 6 एपिसोड में कहानी खत्म भी हो जाता है और दूसरे सीजन का टीजर भी छोड़ जाती है.
एक्टिंग
इस सीरीज के तमाम कलाकारों ने अच्छा काम किया है. प्रणव सचदेवा शुरू में इम्प्रेस नहीं करते लेकिन धीरे धीरे आपको उनका किरदार पसंद आने लगता है और उनकी एक्टिंग अच्छी लगती है. अपने किरदार को उन्होंने अच्छे से निभाया है. संदीपा धर की स्क्रीन प्रेजेंस में एक करिश्मा सा है. वो स्क्रीन पर एक बड़ी हीरोइन जैसा फील देती हैं. उनकी एक्टिंग काफी गजब की है, नेता के रोल में महेश बलराज छा गए हैं. वो बिल्कुल हरियाणवी नेता लगते हैं. उनकी एक्टिंग बिल्कुल नेचुरल लगती है. अलीशा चोपड़ा ने अनामिका के किरदार को अच्छे से प्ले किया है. बाबला कोचर वैभव के पापा के किरदार में जमे हैं.
डायरेक्शन
अक्षय़ चौबे ने सीरीज को डायरेक्ट किया है और उनका डायरेक्शन अच्छा है. विदित त्रिपाठी और अश्विन वर्मन की राइटिंग अच्छी है. उन्होंने काफी रिसर्च की होगी तब जाकर ये सीरीज लिख पाए होंगे, कई एक्सपर्ट्स से सलाह ली होगी.
कुल मिलाकर ये एक फ्रेश सीरीज है जिसे देखकर मजा आएगा. वैसे तो इस सीरीज को 3 स्टार दिए जाने चाहिए लेकिन क्योंकि ये लड़कियों की इज्जत करना भी सिखाती है तो इसके लिए आधा स्टार एक्स्ट्रा बनता है.
रेटिंग- 3.5 स्टार्स