अगर आपको भी इस फिल्म का ट्रेलर देखकर लगा था कि फिल्म में कहानी उतनी ही है तो आप गलत हैं. ये फिल्म काफी एंटरटेनिंग है, इसका पहला पार्ट भी मजेदार था और ये पार्ट भी आपको खूब एंटरटेन करता है. ट्रेलर के बाद ये फिल्म देखकर एक सरप्राइज भी मिलता है कि ये तो नहीं सोचा था. ये ऐसी फिल्म है जहां कोई एक हीरो नहीं है कई हीरो हैं और यही वजह है कि ये फिल्म हर किसी को अपनी अपनी वजहों से एंटरटेनिंग लग सकती है. माधवन और रकुल प्रीत फिल्म में एक अलग ही जान डाल देते हैं. इस फिल्म को आप बड़े आराम से अपने दोस्तों के साथ एन्जॉय कर सकते हैं. ये हैवी फिल्म नहीं है, एक लाइट एंटरटेनिंग फिल्म है. जैसी आप कई बार देखना चाहते हैं और सिर्फ और सिर्फ एंटरटेन होना चाहते हैं.
कहानीट्रेलर में जिस तरह से बताया गया कि अजय देवगन को अपने से छोटी रकुल प्रीत सिंह से प्यार हो जाता है और फिर वो उनके परिवार से मिलने जाते हैं.अब आगे क्या होगा ये आपको थिएटर जाकर ही देखना होगा क्योंकि इससे आगे की कहानी स्पॉयलर हो जाएगी.
कैसी है फिल्मये फिल्म शुरू से ही एंटरटेनिंग है, फर्स्ट हाफ आपको खूब हंसाता है. माधवन ने फर्स्ट हाफ में कमाल का काम किया है. रकुल प्रीत सिंह आपको अपने लुक्स,आउटफिट्स और एक्टिंग से चौंका देती हैं. फिल्म फर्स्ट हाफ में काफी मजेदार है,अच्छी पेस से आगे बढ़ती है. सेकेंड हाफ की शुरुआत थोड़ी सी स्लो लगती है लेकिन फिर क्लाइमैक्स से पहले एक के बाद एक ट्विस्ट आते हैं और आपको खूब मजा आता है. कुछ गाने अच्छे लगते हैं तो कुछ लगता है क्यों डाले गए क्योंकि आप चाहते हैं कि फिल्म आगे बढ़े. रियल लाइफ से कुछ जोक डाले गए हैं. जैसे जावेद जाफरी और उनका बेटा मिजान दोनों फिल्म में हैं तो कुछ जोक उनपर हैं. काजोल और अजय पर भी एक जोक है और सिंघम पर भी. इस तरह की फिल्में वही काम करती हैं जिसके लिए लोग थिएटर जाते हैं. आपको एंटरटेन करती हैं, आपका मूड फ्रेश हो जाता है और आप एक दम रिफ्रेश होकर वापस आते हैं. अगर आपको ट्रेलर पसंद नहीं आया था और ट्रेलर देखकर आपने फिल्म देखने का इरादा छोड़ दिया था तो अपनी राय बदल दीजिए. फिल्म में काफी कुछ है जो ट्रेलर में नहीं था.
एक्टिंगअजय देवगन ने ठीक काम किया है. उनका किरदार थोड़ा स्लो है और शायद ऐसे ही लिखा गया है. क्योंकि उसे एक बड़ी उम्र का आदमी दिखाना था जो ज्यादा हीरोपंती नहीं दिख सकता है. आर माधवन छा गए हैं. उनका काम जबरदस्त है, मैडी को ऐसे किरदार में देखना चौंकाता है और यहां भी वो अपना चार्म चला जाते हैं. रकुल प्रीत सिंह चौंका देती हैं,उनका काम काफी अच्छा है. उनका किरदार दबंग और लाउड है और ये उनपर काफी सूट किया है. गौतमी कपूर का काम काफी अच्छा है, वो माधवन की पत्नी बनीं हैं और उनकी केमिस्ट्री कमाल है. जावेद जाफरी का रोल मजेदार है, मिजान जाफरी ने भी अच्छा काम किया है. वो अपना इंप्रेशन छोड़ा जाते हैं. इशिता दत्ता का रोल काफी मजेदार है.
राइटिंग और डायरेक्शनलव रंजन और तरुण जैन ने फिल्म को लिखा है, और अंशुल शर्मा ने डायरेक्ट किया है. सेकेंड हाफ में राइटिंग थोड़ा और टाइट होनी चाहिए थी. हालांकि वो कसर क्लाइमैक्स पूरी कर देता है लेकिन अगर वहां और काम किया जाता तो और मजा आता, डायरेक्शन अच्छा है.
कुल मिलाकर ये मजेदार फिल्म है,जरूर देखिए
रेटिंग- 3.5 स्टार्स