Bhagwat chapter 1 Review: एक अच्छी सस्पेंस थ्रिलर, पंचायत के सचिव जी देंगे तगड़ा झटका, अरशद की कमाल एक्टिंग
Bhagwat chapter 1 Review: अरशद वारसी की फिल्म भागवत चैप्टर 1 का इंतजार लोग बेसब्री से कर रहे थे. ये फिल्म अब रिलीज हो गई है. देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले पढ़ लें रिव्यू.
अक्षय शेरे
अरशद वारसी, जितेंद्र कुमार, तारा अलीशा, देवास दीक्षित, हेमंत सैनी
जी5
अगर कोई फिल्म आपको शॉक दे दे तो वो कहीं न कहीं अपने मकसद में कामयाब हो जाती है.ये झटका कहानी से लग सकता है,ट्रीटमेंट से लग सकता है,कास्टिंग से लग सकता,यहां ये झटका हम सबके फेवरेट जितेंद्र कुमार देते हैं. जो यहां अपनी इमेज से हटकर किरदार निभा रहे हैं. इस सस्पेंस थ्रिलर में जितेंद्र और अरशद की एक्टिंग की वजह से ही जान आती है.
कहानी
रॉबर्ट्सगंज से एक लड़की गायब हो जाती है.एसीपी विश्वास भागवत यानी अरशद वारसी का यहां अभी अभी ट्रांसफर हुआ है. वो कैसे की जांच करते हैं और पता चलता है कि एक नहीं कई लड़कियां गायब हैं. वो लड़कियां कहां गई,क्या वो जिंदा हैं,इसी बीच समीर यानी जितेंद्र कुमार की एक लड़की से प्रेम कहानी दिखाई जाती है. क्या समीर का इन लड़कियों के गायब होने से कोई कनेक्शन है?इसके लिए आपको zee5 पर ये फिल्म देखनी होगी.
कैसी है फिल्म
ये एक अच्छी फिल्म है लेकिन इसका स्क्रीनप्ले थोड़ा बिखरा हुआ है.अरशद और जितेंद्र की एक्टिंग इस फिल्म को देखने लायक बनाती है. कहीं कहीं कुछ सवाल अधूरे रह जाते हैं,कुछ चीजें अचानक से हो जाती हैं और आप समझ नहीं पाते. कुछ जगह लॉजिक की कमी लगती है,आरोपी खुद अपना केस लड़ता है ये बात हजम नहीं होती. फिल्म सस्पेंस क्रिएट तो करती है लेकिन इसमें पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाती. इस कहानी पर एक वेब सीरीज भी बन चुकी है और अगर आपने वो देखी होगी तो फिर आप निराश हो सकते हैं लेकिन उसे एक फिल्म की शक्ल में देखना वक्त बचाता है. एक्टर्स का कमाल काम ही इस फिल्म को बचाता है. कुल मिलाकर कुछ कमियों के बाद भी ये फिल्म देखी जा सकती है.
एक्टिंग
जितेंद्र कुमार ने शानदार काम किया है.वो हम सबके प्यारे हैं,सचिव जी और जीतू भैया के नाम से मशहूर हैं.उन्हें एक नेगेटिव किरदार में देखना झटका देता है और यही झटका इस फिल्म की जान है. उन्होंने अपनी इमेज तोड़ी है और कायदे से तोड़ी है.एक एक्टर की लिए यही सबसे जरूरी होता है.अरशद वारसी ने भी कमाल काम किया है. एसीपी के किरदार में वो फिट लगते हैं. कॉमिक इमेज से हटकर उन्होंने ये गंभीर किरदार परफेक्शन से निभाया है. तारा अलीशा का काम अच्छा है. देवास दीक्षित ने बढ़िया काम किया है.हेमंत सैनी इंप्रेस करते हैं. कॉन्सटेबिल के किरदार में आकांशा पांडेय ने बढ़िया काम किया है. वो अरशद की टीम में इकलौती महिला हैं.
डायरेक्शन और राइटिंग
भाविनी भेड़ा ने फिल्म लिखी है और उनका काम ठीक ठाक रहा. स्क्रीनप्ले और अच्छा होना चाहिए था.इस फिल्म की राइटिंग इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. अक्षय शेरे का डायरेक्शन अच्छा है.
कुल मिलकर जितेंद्र और अरशद के लिए फिल्म देखिए
रेटिंग - 3 stars
टॉप हेडलाइंस


























