2025 Lifestyle Changes:  साल 2025 को खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे हुए हैं. यह साल कई लोगों के लिए खास रहा, तो कई लोगों ने इस साल काफी सबक लिया. नेपाल में जेन-जी प्रोटेस्ट से लेकर भारत-पाकिस्तान जंग, इजरायल-ईरान वॉर और रूस और यूक्रेन के बीच सालों से चले आ रहे जंग की चर्चा सब तरफ हुई. हालांकि इससे इतर चलिए आपको हम बताते हैं कि इस साल किस लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक्स ने धूम मचाया और उससे हमें सीखने के लिए क्या-क्या मिला. 

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साल 2025 में सबसे ज्यादा इन चीजों पर ध्यान दिया गया

2025 के सबसे बड़े ट्रेंड्स में नो-बाय मंथ कल्चर शामिल रहा. अचानक खरीदारी करने के बजाय लोगों ने पूरे एक महीने तक गैर-जरूरी चीजें न खरीदने का फैसला किया. सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड काफी लोकप्रिय रहा, जहां इसका मकसद खर्च पर लगाम लगाना, कर्ज के दबाव को कम करना और बेहतर फाइनेंशियल आदतें बनाना था. खासतौर पर शहरी युवाओं और जेन-जी में इसका असर ज्यादा देखने को मिला.

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हाइब्रिड हॉलिडेज ने ट्रैवल और लाइफस्टाइल का नजरिया बदल दिया. लोग अब छोटी-छोटी छुट्टियों की बजाय काम और घूमने को साथ जोड़ने लगे.  लैपटॉप के साथ पहाड़ों, समुद्र किनारे या शांत कस्बों में रुककर काम करना आम हो गया.  इससे साफ हुआ कि फ्लेक्सिबल और हाइब्रिड वर्क मॉडल ने पूरे साल ट्रैवल चॉइसेज को प्रभावित किया. 

2025 में एक और बड़ा बदलाव डेली की जिंदगी में एआई की गहरी मौजूदगी रहा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब सिर्फ प्रयोग तक सीमित नहीं रहा, बल्कि लोगों के लिए एक काम का टूल बन गया. बजट बनाने से लेकर फिटनेस रूटीन, प्रोडक्टिविटी प्लानिंग, नींद ट्रैक करने और मेंटल तक, कई कामों में लोग एआई की मदद लेने लगे. 

इस साल बढ़ते स्लीप क्राइसिस पर भी खास ध्यान गया, जिससे स्लीप टूरिज्म का चलन बढ़ा. बढ़ता तनाव और बर्नआउट लोगों को आराम और बेहतर नींद को प्राथमिकता देने के लिए मजबूर कर रहा है. इसी वजह से ऐसी यात्राएं लोकप्रिय हुईं, जहां शांति, सुकून और अच्छी नींद पर फोकस होता है.

लंबे वर्कआउट सेशन की जगह माइक्रो-वेलनेस और छोटे फिटनेस रूटीन ज्यादा अपनाए गए. 10 मिनट की एक्सरसाइज, ब्रीदिंग प्रैक्टिस और हल्की स्ट्रेचिंग व्यस्त लाइफस्टाइल में आसानी से फिट हो गईं. यह तरीका तेज रफ्तार शहरी जीवन के साथ ज्यादा मेल खाता दिखा.

2025 में डिजिटल बर्नआउट भी एक बड़ा मुद्दा रहा। ज्यादा स्क्रीन टाइम और लगातार नोटिफिकेशन से परेशान लोग सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म से ब्रेक लेने लगे. डिजिटल डिटॉक्स अब रूटीन का हिस्सा बनता दिखा, जिससे ऑफलाइन समय और फोकस बढ़ा.

इनकी भी रही चर्चा

इनके अलावा हाई-प्रोटीन इंडियन डाइट, सोलो लिविंग और सेल्फ-प्रायोरिटाइजेशन, इको-मिनिमलिज़्म और खर्च को समझदारी से मैनेज करने की सोच जैसे ट्रेंड्स भी पूरे साल चर्चा में रहे.  कुल मिलाकर, 2025 की लाइफस्टाइल ट्रेंड्स यह दिखाती हैं कि लोग अब दिखावे और जल्दबाजी से ज्यादा संतुलन, कंट्रोल और मेंटस हेल्थ को अहमियत देने लगे हैं.

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