How to Deal With PPD: मां बनने के बाद एक लेडी जब फिजिकल, इमोशन और बिहेवियर बदलावों से गुजरती है तो उसको पोस्टपार्टम डिप्रेशन हो सकता है. सामान्य तौर पर ये डिलीवरी के बाद तुरंत या 4 हफ्ते के अंदर हो सकता है. अगर डिलीवरी के बाद 2-4 हफ्ते तक थोड़ा लो फील होता है तो वो बेबी ब्लूज हो सकता है लेकिन अगर डिप्रेशन की फीलिंग 1 महीने बाद भी नहीं जाती तो वो PPD माना जाता है. इस डिप्रेशन में अगर डॉक्टर प्रिसक्राइब करे तो मेडिसिन जरूर खायें लेकिन अगर आप चाहती हैं कि बिना दवा के ये ठीक हो जाये तो इन बातों को जरूर फॉलो करें


1-परफेक्ट बिल्कुल ना बनें- सबसे पहले तो इस बात को समझ लें कि बच्चा होने के बाद हर काम में परफेक्शन की जरूरत नहीं. शुरू में थोड़ा अपने और बच्चे दोनों के साथ ईजी रहें. सर्जरी के बाद तो खासतौर पर शरीर को हील होने में टाइम लगता है इसलिये खुद पर लोड ना डालें. साथ ही दिमाग में ये विचार रखें कि अभी वक्त खुद को सही करने का है ना कि किसी और काम का इसलिये खुद को दिमागी तौर पर मजबूत बनाने की कोशिश करें. अगर मन करे तो ऐसे वक्त पर पूजा करें या स्पिरिचुअल किताबें भी पढ़ सकती हैं


2-फैमिली फ्रेंड्स से करें शेयर- पोस्टपार्टम डिप्रेशन(PPD) के दौरान जो भी मन  में बातें आती हैं उनको शेयर जरूर करें. खासतौर पर जो आपकी अच्छी दोस्त हैं और वो इन बातों को समझेंगी उनसे दिल की बात कहने में कोई शर्म ना करें. इसी तरह मम्मी और बड़ी बहन से खूब बातें करें और अपना मन हल्का करें. वो लोग इस फेज से गुजरे होते हैं और कई बार उनकी सलाह फायदेमंद होती है. 


3-कम्यूनिटी से करें कनेक्ट- आजकल सोशल मीडिया पर भी पोस्टपार्टम डिप्रेशन(PPD) से संबंधित कम्यूनिटी आपको मिल जायेंगी जहां लेडीज अपने एक्सपीरियेंस शेयर करती हैं. आप भी ऐसी कम्यूनिटी से जुड़ सकते हैं और अपने अनुभव बता सकती हैं साथ ही दूसरे लोग कैसे कोप अप कर रहे हैं. इस बारे में टिप्स ले सकती हैं


4-डाइट का रखें ख्याल- बेबी होने के बाद फीड कराने पर कमजोरी ना महसूस हो इसके लिये जरूरी है अच्छी डाइट. लेकिन अच्छी का मतलब फैट और मीठा नही बल्कि हेल्दी खाना हो. रुटीन में मिनरल वाला खाना खायें, खूब पानी पिये, नारियल पानी बहुत फायदा करता है. साथ ही ड्राई फ्रूट्स और अपनी पसंद का स्नैक्स खायें


5-वॉक से मिलेगा फायदा- डिप्रेशन की वजह से भले ही आपका घर से निकलने का मन ना करे लेकिन इसे एक ड्यूटी मानकर पूरा जरूर करें. सुबह या शाम जिस वक्त आपको अच्छा लगे एक शॉर्ट वॉक के लिये जरूर जायें. आप चाहें तो अकेले जायें या बच्चे को भी स्ट्रॉलर में साथ ले जायें. इस बहाने घर से निकलेंगी, कुछ टाइम पास होगा, लोगों से मिलना-जुलना होगा तो फील गुड फैक्टर आयेगा.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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